कन्हैयालाल हत्याकांड: राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी उदयपुर में दिवंगत छात्र देवराज मोची के घर पहुंची और मृतक की फोटो पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान परिजनों को सांत्वना दी। कन्हैयालाल हत्याकांड: राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी अपने दो दिवसीय उदयपुर दौरे के तहत शुक्रवार सुबह दिवंगत छात्र देवराज मोची के घर पहुंची।
उपमुख्यमंत्री उदयपुर के खेरादीवाड़ा में दिवंगत छात्र देवराज के घर पहुंची और मृतक की फोटो पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान दीया कुमारी ने दिवंगत छात्र के परिजनों को सांत्वना दी और कहा कि राज्य सरकार आपके साथ है। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उपमुख्यमंत्री ने दिवंगत छात्र के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से 8 लाख रुपए की तत्काल सहायता प्रदान की और जिला कलेक्टर को परिजनों को सरकार की ओर से हरसंभव राहत दिलाने के निर्देश दिए। देवराज के परिवार से मिलने के बाद दीया कुमारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "मैंने सहायता राशि का चेक परिवार को सौंप दिया है। मैंने परिवार को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ है, और उन्हें न्याय दिलाने की पूरी कोशिश करेगी। उनके साथ जो हुआ, वह बहुत गलत है। मामले की उचित जांच होगी, इसमें कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। पीड़ित परिवार का पक्ष कोर्ट में मजबूती से रखा जाएगा।"
इस दौरान कन्हैयालाल हत्याकांड पर उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा, "दुर्भाग्य से कन्हैयालाल हत्याकांड गहलोत सरकार में हुआ, इसलिए उस समय जांच कैसे हुई, यह भी एक पहलू है जिसे देखना महत्वपूर्ण है, बाकी कोर्ट का फैसला महत्वपूर्ण है, इस बारे में हम कुछ नहीं कह सकते। लेकिन आगे जो भी कार्रवाई करनी होगी, वह की जाएगी।
लेकिन हम छात्र देवराज का पक्ष कोर्ट में मजबूती से रखेंगे और परिवार को न्याय दिलाने का प्रयास करेंगे।" इस अवसर पर राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया, शहर विधायक ताराचंद जैन, जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल, उप महापौर पारस सिंघवी, पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह राठौड़, समाजसेवी प्रमोद सामर, रविन्द्र श्रीमाली, चन्द्रगुप्त सिंह चौहान, गजपाल सिंह, पार्षद शिल्पा पामेचा आदि भी मौजूद थे।
गौरतलब है कि 28 जून 2022 को उदयपुर में कन्हैया लाल दर्जी की हत्या कर उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया था। एनआईए ने मामले की जांच करते हुए रियाज अत्तारी व गौस मोहम्मद सहित अन्य को गिरफ्तार कर एनआईए कोर्ट में चार्जशीट पेश की थी। इससे पहले आरोपी फरहाद मोहम्मद को भी जमानत मिल चुकी है, जबकि मामले में पाक निवासी आरोपी सलमान व अबू इब्राहिम फरार हैं।