राजस्थान में उदयपुर-आगरा कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू होने के साथ ही रेलकर्मियों के बीच विवाद गहरा गया है। ट्रेन चलाने को लेकर ट्रेन के लोको पायलटों के बीच मारपीट और हाथापाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो के अनुसार गंगापुर रेलवे स्टेशन पर कथित तौर पर मारपीट करते नजर आ रहे लोग यात्री नहीं बल्कि लोको पायलट हैं, जो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने को लेकर आपस में मारपीट और झगड़ा करते नजर आ रहे हैं।
जीआरपी की मौजूदगी में रेल कर्मचारियों के बीच हो रही इस मारपीट को रोकने में पुलिसकर्मी भी बेबस नजर आए। हालांकि लाइव हिन्दुस्तान इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। ट्रेन में काम करने को लेकर दो रेल मंडलों के बीच का यह विवाद अब रेलवे बोर्ड तक भी पहुंच गया है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि अभी तक इसका कोई समाधान नहीं निकल पाया है।
#Watch : राजस्थान में उदयपुर-आगरा कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत के साथ ही रेल कर्मियों के बीच विवाद भी शुरू हो गया है। ट्रेन के लोको पायलटों के बीच ट्रेन चलाने को लेकर फिर मारपीट हो गई, जिसका वीडियो सोशल में वायरल हो रहा है।#Rajasthan #VandeBharat pic.twitter.com/LmYqWRG2Zp
— Hindustan (@Live_Hindustan) September 7, 2024
जानकारी के अनुसार 2 सितंबर को उदयपुर और आगरा के बीच नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू होने के बाद से ही रेल कर्मचारियों के बीच कामकाज को लेकर विवाद देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को कोटा और आगरा रेल मंडल के रेल कर्मचारी वंदे भारत ट्रेन चलाने को लेकर मारपीट तक पर उतारू हो गए। इस दौरान झगड़ रहे कर्मचारियों ने एक दूसरे के कपड़े तक फाड़ दिए। इतना ही नहीं वंदे भारत ट्रेन को जबरन चलाने पर अड़े लोको पायलटों ने ट्रेन को भी नुकसान पहुंचाया।
आपको बता दें कि उदयपुर से चलने वाली वंदे भारत ट्रेन उत्तर-पश्चिम रेलवे अजमेर मंडल से चलती है। इसके बाद यह पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा रेल मंडल से होकर गुजरती है। बाद में यह उत्तर मध्य रेलवे मंडल के आगरा रेल मंडल में जाती है। सोमवार 2 सितंबर को जब यह ट्रेन कोटा से गंगापुर पहुंची तो आगरा रेल मंडल के चालक ट्रेन को आगरा ले जाना चाहते थे, लेकिन गंगापुर सिटी के चालकों ने ट्रेन ले जाने से मना कर दिया। इसके बाद दोनों मंडलों के कार्मिकों में मारपीट हो गई।
रेलवे के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जब भी कोई नई ट्रेन ट्रैक पर दौड़ती है तो उसमें काम मिलने के साथ ही प्रमोशन और नई भर्तियों का रास्ता भी खुलता है। ऐसे में यह संभावना भी बढ़ जाती है कि अगर कोई ट्रेन दो या उससे अधिक रेल मंडलों से गुजर रही हो तो ट्रेन के कामकाज को लेकर विवाद हो। यही वजह है कि उदयपुर और आगरा के बीच चलने वाली नई वंदे भारत एक्सप्रेस में भी इसी तरह का विवाद हुआ।