Politics News: नामांकन की आखिरी तारीख 12 सितंबर है। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने 21 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा और जनस्वास्थ्य मंत्री बनवारी लाल का टिकट काट दिया गया है। जुलाना में कांग्रेस उम्मीदवार विनेश फोगट के खिलाफ कैप्टन योगेश बैरागी को टिकट दिया गया है।
कौन कहां से चुनाव लड़ रहा है?
पार्टी ने नारायणगढ़ से पवन सैनी, पूंडरी से सतपाल जाम्भा, असंध से योगेन्द्र राणा, गन्नौर से देवेन्द्र कौशिक, राई से कृष्ण गहलावत, बरोदा से प्रदीप सांगवान, नरवाना से कृष्ण कुमार बेदी, डबवाली से बलदेव सिंह मांगियाना, ऐलनाबाद से अमीर चंद मेहता, रोहतक से मनीष ग्रोवर, नारनौल से ओम प्रकाश यादव, बावल से कृष्ण कुमार, पटौदी से बिमला चौधरी, नूंह से संजय सिंह, फिरोजपुर झिरका से नसीम अहमद, इजाज खान को टिकट दिया है पीओवी, ओना हाना, हथीन से मनोज रावत, होडल से हरिंदर सिंह रामरतन, बड़खल से धनेश अधलखा।
यह भी पढ़िए MP News: स्कूल जाने के लिए बस चालक नहीं रोक रहे बस, छात्रों ने सड़क पर बैग रखकर लगाया जाम
पिहोवा से बदला उम्मीदवार पिहोवा से उम्मीदवार बदल दिया गया है। अब यहां से जयभगवान शर्मा को मैदान में उतारा गया है. भारी विरोध के चलते मंगलवार को कवलजीत सिंह अजराना खुद ही पिहोवा से मैदान छोड़कर चले गए। उन्होंने इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली को पत्र भी भेजा था. अजराणा ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, मुख्यमंत्री नायब सैनी व पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आभारी हैं, जिन्होंने उन पर भरोसा कर चुनाव लड़ने का मौका दिया, लेकिन क्षेत्र के कार्यकर्ता जो लंबे समय से पार्टी से जुड़े हैं, लगातार विरोध कर रहे हैं।
दोस्तों आपके लिए एक जानकारी है अगर आप भी भारत के नागरिक हैं तो आपको हमारे Whatsapp Channel से जरूर जुड़ना चाहिए क्योंकि भारत की जितनी भी लेटेस्ट न्यूज़ , सरकारी नौकरी या कोई अन्य नौकरी या किसी भी प्रकार की सरकारी योजना है किसी भी प्रकार का अपडेट आपको Whatsapp Channel के माध्यम से आसान भाषा में दिया जाता है और वेबसाइट के माध्यम से भी दिया जाता है तो आप चाहें तो नीचे दिए गए लिंक के जरिए से जुड़ सकते हैं।
उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को मनाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे उन्हें चुनाव लड़ने देने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में उन्हें भारी मन से चुनाव न लड़ने का फैसला लेना पड़ा है। उन्होंने कहा कि विरोध करने वाले कार्यकर्ताओं में उनके अपने समाज के लोग भी हैं और वह अपने समाज व भाईचारे को निराश कर चुनाव नहीं लड़ सकते। ऐसे माहौल में पार्टी की जीत पर भी असर पड़ सकता है। अब पार्टी जिसे भी उम्मीदवार बनाएगी, वह उसका पूरा समर्थन करेंगे।