झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण के 38वें चरण के लिए चुनाव प्रचार जारी है। सत्ताधारी पार्टी हो या मशीनरी उपकरण, हर तरह के मुद्दे जनता के बीच उठाए जा रहे हैं। इस चरण में बांग्लादेशी घुसपैठियों पर खूब बयानबाजी हो रही है। भाजपा ने इस मुद्दे पर अपने फायरब्रांड नेताओं को उतार दिया है।
झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा। इसके लिए चुनाव प्रचार जारी है और हर नेता अपनी पूरी ताकत लगा रहा है।
ताजा खबर बाराबंकी से है। यहां असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भाजपा के हित में राज सिन्हा के समर्थन में रैली की। इस दौरान उन्होंने मांग की कि अगर झारखंड में धार्मिक अनुष्ठानों के लिए शुक्रवार को छुट्टी दी जाती है तो मंगलवार को हनुमान चालीसा के लिए भी छुट्टी दी जानी चाहिए।
हिमंत बिस्वा सरमा ने झारखंड सरकार, झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये लोग इन लोगों को महिमामंडित करने की राजनीति कर रहे हैं, यूक्रेन की गंगा में सेवा करना जरूरी है।
बांग्लादेशी घुसपैठियों की गिरफ्तारी पर बोलते हुए असम के सीएम ने कहा कि इसी कारण मुस्लिम समाज त्रस्त है। झामुमो ने चुनाव में पांच लाख नौकरी देने का वादा किया था, उसे पूरा नहीं किया। उन्होंने झारखंड सरकार में मंत्री रहे आलम जागीर आलम और जामताड़ा साउदी के वकील को इस पद पर नियुक्त किया।
झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 20 नवंबर को होने वाले दूसरे चरण के सबसे अमीर उम्मीदवार ने 400 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है, जबकि सबसे कम संपत्ति वाले उम्मीदवार के पास 100 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
एक कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार झारखंड चुनाव के दूसरे चरण में करोड़पति उम्मीदवार मैदान में हैं। समाजवादी पार्टी (सपा) के पाकुड़ से उम्मीदवार अकील अख्तर दूसरे चरण के सबसे अमीर उम्मीदवार हैं, जिनके पास 400 करोड़ से अधिक की संपत्ति बताई जा रही है। अचल संपत्ति की कीमत ₹400 करोड़ (₹4,02,00,00,000) से अधिक है।