चार महीने के जुड़वाँ बच्चे फातिमा और हसन की पानी की टंकी में डूबने से मौत हो गई। परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए ही शवों को दफना दिया। पुलिस को शक है कि बच्चों की हत्या उनकी माँ ने ही की है। शवों को बाहर निकालने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
रतलाम. चार माह के जुड़वा भाई-बहन की पानी की टंकी में डूबने से हुई मौत का कारण दूसरे दिन भी सामने नहीं आया है। पुलिस मां द्वारा बच्चों को डुबोने की आशंका पर जांच कर रही है। परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए और पुलिस को सूचना दिए दोनों के शव मिल्लत नगर के पास स्थित नूरानी कब्रिस्तान में दफना दिए। पुलिस ने गुरुवार दोपहर बच्चों के शव कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भिजवाए।
उल्लेखनीय है कि लहसुन मंडी में मजदूरी करने वाले आमिर कुरैशी अपने परिवार के साथ माणकचौक थाना क्षेत्र के वेदव्यास कॉलोनी क्रमांक 4 (मदीना कॉलोनी) में ऊपरी मंजिल पर किराए के मकान में रहते हैं। बुधवार दोपहर करीब दो बजे उनके चार माह के बेटे और बेटी फातिमा व हसन की पानी की टंकी में डूबने से मौत हो गई।
परिजन बच्चों को अस्पताल नहीं ले गए और पुलिस को भी सूचना नहीं दी गई। आमिर बच्चों के शवों को शेरानीपुरी कुरैशी मंडी में रहने वाले उनके पिता हुसैन कुरैशी के घर ले गया। वहां से दोनों के शवों को नूरानी कब्रिस्तान ले जाकर दफना दिया गया।
शाम को पुलिस को सूचना मिली कि दो बच्चों की पानी में डूबने से मौत हो गई है। उन्हें पुलिस को सूचना दिए बिना ही दफना दिया गया। बच्चों को उनकी मां ने ही टैंक में डुबोया था। इस पर पुलिस ने आमिर कुरैशी के घर जाकर आसपास के लोगों और आमिर से पूछताछ की। बच्चों की मौत का मामला संदिग्ध होने पर पुलिस ने गुरुवार को एसडीएम को रिपोर्ट देकर मृतक बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम जांच के लिए कब्रिस्तान से निकालने की अनुमति मांगी।
एसडीएम ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 196 की उपधारा (4) के तहत बच्चों के शवों को कब्र से निकालने के लिए कार्यपालक मजिस्ट्रेट (तहसीलदार) ऋषभ ठाकुर को नियुक्त किया। दोपहर करीब एक बजे एएसपी राकेश खाखा, तहसीलदार ऋषभ ठाकुर, एफएसएल अधिकारी डॉ. अतुल मित्तल, माणकचौक थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह गडरिया समेत अन्य अधिकारी कब्रिस्तान पहुंचे।
पुलिस बच्चों की मां से पूछताछ कर रही है। पुलिस बच्चों के पिता आमिर को भी लेकर आई थी। आमिर हमें एक जगह ले गया और बताया कि दोनों बच्चों के शव एक दूसरे के बगल में दफनाए गए हैं। इसके बाद कर्मचारियों ने फावड़े और हाथों से दोनों बच्चों की कब्र से मिट्टी हटाकर शवों को बाहर निकाला। एफएसएल अधिकारी मित्तल ने बच्चों के शवों की जांच की। इसके बाद दोनों शवों को मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। पुलिस के मुताबिक बच्चों की मां से पूछताछ की जा रही है।