ह्यूमन इम्यूनो डेफिसिएंसी वायरस (एचआईवी) को लेकर पूरी दुनिया अलर्ट पर है, लेकिन पाकिस्तान में एक बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। यहां डायलिसिस के दौरान संक्रमित किट का इस्तेमाल किया गया। आपको बता दें, एचआईवी इम्यून सिस्टम पर हमला करता है और ऐसे मरीज को कई तरह के संक्रमण और कैंसर का खतरा रहता है।
पाकिस्तान के एक अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की लापरवाही के कारण एचआईवी बम फूटा है। मरीजों पर डायलिसिस के दौरान संक्रमित किट का इस्तेमाल किया गया।
यह घटना पंजाब प्रांत के मुल्तान के निश्तार अस्पताल में हुई। पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने कार्रवाई करते हुए कथित लापरवाही के लिए अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक (एमएस) और कई प्रमुख कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है।
अरब न्यूज ने रेडियो पाकिस्तान के हवाले से बताया कि पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने मुल्तान के निश्तार अस्पताल का दौरा किया और गंभीर लापरवाही के लिए एमएस और नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रमुख समेत छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया। अन्य डॉक्टरों और नर्सों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई।
मुख्यमंत्री ने एमएस मुहम्मद काजिम, गुलाम अब्बास (नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रमुख), पूनम खालिद (एसोसिएट प्रोफेसर), मोहम्मद कादिर (वरिष्ठ रजिस्ट्रार), डॉक्टर मालिया जौहर, मोहम्मद आलमगीर (नेफ्रोलॉजी वार्ड में चिकित्सा अधिकारी) और हेड नर्स नाहिद को निलंबित कर दिया।
मरियम नवाज ने अस्पताल का निरीक्षण किया और मानकों का पालन न करने पर अधिकारियों और डॉक्टरों को फटकार लगाई। उन्होंने मरीजों को दी जा रही सुविधाओं पर असंतोष जताया और स्थिति को आपराधिक लापरवाही करार दिया।
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सचिव को पेडा अधिनियम के तहत जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है। नवाज ने डॉक्टरों को प्रभावित मरीजों को मुआवजा देने का भी निर्देश दिया है। अस्पताल के डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के विरोध के बावजूद वह अपने रुख पर अड़ी रहीं।