मोक्षदा एकादशी को गीता जयंती के रूप में मनाया जाता है क्योंकि इस दिन भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था। इस व्रत से जीवन में समृद्धि आती है और पितरों का आशीर्वाद मिलता है। इस दिन गीता का पाठ करना चाहिए और पूजा विधि का पालन करना चाहिए।
सनातन धर्म में मोक्षदा एकादशी की बहुत मान्यता है। इसे गीता जयंती के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था। इस एकादशी का व्रत करने से जीवन में खुशियां आती हैं। नाराज पितर भी प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं। मोक्षदा एकादशी के दिन गीता का पाठ करना चाहिए। इस लेख में हम आपको मोक्षदा एकादशी की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त के बारे में विस्तार से बताएंगे।
मोक्षदा एकादशी 2024 व्रत पारण शुभ मुहूर्त (मोक्षदा एकादशी पारण समय 2024)
मोक्षदा एकादशी 11 दिसंबर 2024 बुधवार को पड़ेगी। व्रत की शुरुआत 12 दिसंबर को सुबह 7:05 बजे से होगी जो 9:09 बजे तक रहेगा। व्रत का पारण रात 10:26 बजे किया जा सकता है।
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मोक्षदा एकादशी पूजा विधि
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