- सूर्य धनु राशि परिवर्तन: 15 दिसंबर की रात 10:11 बजे सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे… 14 जनवरी 2025 को खरमास कब समाप्त होगा

सूर्य धनु राशि परिवर्तन: 15 दिसंबर की रात 10:11 बजे सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे… 14 जनवरी 2025 को खरमास कब समाप्त होगा

15 दिसंबर 2024 की तारीख बहुत महत्वपूर्ण होने जा रही है। सूर्य के राशि परिवर्तन के साथ ही इस दिन से खरमास या मलमास शुरू हो जाएगा। यानी विवाह समेत अन्य शुभ कार्य नहीं होंगे। यह स्थिति एक महीने तक जारी रहेगी।

अब दिसंबर में कुछ ही दिन शुभ कार्य हो सकेंगे। इसके बाद 15 दिसंबर से एक माह तक पाबंदी रहेगी। 15 दिसंबर से धनुर्मास (खरमास/मलमास) शुरू हो रहा है। मलमास 14 जनवरी तक रहेगा।

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पंडित विपिन कृष्ण भारद्वाज ने बताया कि 15 दिसंबर को रात 10:11 बजे सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेगा और इसके साथ ही मलमास शुरू हो जाएगा। 14 जनवरी 2025 को सुबह 8:55 बजे सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही खरमास समाप्त हो जाएगा।

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फिर मकर संक्रांति का इंतजार होगा।

  •  खरमास समाप्त होते ही शुभ व मांगलिक कार्यों पर लगी रोक हट जाएगी। पंडित विपिनकृष्ण भारद्वाज ने बताया कि सूर्य व बृहस्पति के धनु राशि में गोचर से खरमास शुरू हो जाता है। यह स्थिति मकर संक्रांति तक रहती है।
  •  विवाह, जनेऊ संस्कार, मुंडन संस्कार, गृह प्रवेश समेत सभी मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। वर में सूर्य व वधू में बृहस्पति का बल होने के साथ ही दोनों में चंद्रमा का बल भी हो, तभी विवाह की संभावना बनती है।
  • इसी आधार पर विवाह की तिथि तय होती है। इस बार सूर्य देव बाघ पर सवार होकर धनु राशि में प्रवेश करेंगे। उनका उपवाहन घोड़ा होगा। संक्रांति नक्षत्र का नाम घोरा होगा।
  • आने वाले दिनों में अल्पसंख्यकों के लिए सरकार का विशेष ध्यान रहने की संभावनाएं रहेंगी। नई योजनाओं की सौगात भी दे सकती है। आम आदमी के सभी प्रयास सफल होंगे और लाभ ही लाभ होगा।

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साल में दो बार मलमास होता है

पंडित भारद्वाज के अनुसार, जब सूर्य बृहस्पति की राशि धनु में प्रवेश करता है, तब खरमास लगता है। साल में दो मलमास होते हैं, पहला धनुर्मास और दूसरा मीन।

अर्थात जब भी सूर्य बृहस्पति की राशि धनु और मीन में प्रवेश करता है, तब खर या मलमास लगता है। क्योंकि सूर्य के कारण बृहस्पति कमजोर हो जाता है। इसलिए जब सूर्य बृहस्पति की राशि में प्रवेश करता है, तो विवाह संस्कार आदि वर्जित माने जाते हैं।

मलमास के बाद शुभ मुहूर्त

  • 16 जनवरी को नौ रैखिक
  • 18 जनवरी को छह रैखिक
  • 19 जनवरी को सात रैखिक
  • 21 और 30 जनवरी को नौ रैखिक
  • 22 जनवरी को छह रैखिक
  • 03 फरवरी को सात रैखिक
  • 04 फरवरी को आठ रैखिक
  • 06 फरवरी को सात रैखिक
  • 07 फरवरी को सात रैखिक
  • 13 फरवरी को सात रैखिक
  • 14 फरवरी को सात रैखिक
  • 15 फरवरी को सात रैखिक
  • 18 फरवरी को छह रैखिक
  • 20 फरवरी को आठ रैखिक
  • 21 फरवरी को सात रैखिक
  • 25 फरवरी को सात रैखिक

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