छत्तीसगढ़ में सीमेंट कंपनियों ने एक सप्ताह के भीतर सीमेंट की कीमत में 30 रुपए प्रति बैग की बढ़ोतरी कर दी है। उन्होंने उत्पादन लागत में वृद्धि और दूसरे राज्यों में कीमतें अधिक होने का हवाला दिया है। वहीं, कुछ कंपनियों ने बाजार में आपूर्ति बंद कर दी है, जिससे सीमेंट की किल्लत हो गई है।
उत्पादन लागत बढ़ने और दूसरे राज्यों में कीमतें अधिक होने का हवाला देकर राज्य की सीमेंट कंपनियों ने फिर दाम बढ़ा दिए हैं। एक सप्ताह में 30 रुपए प्रति बोरी की बढ़ोतरी हुई है। खुदरा में सीमेंट 320 से 330 रुपए और थोक में 280 से 300 रुपए प्रति बोरी है।
कहा जा रहा है कि कीमतें बढ़ाने के लिए कंपनियों ने कुछ इलाकों में डिस्पैच रोक दिया है, ताकि अघोषित कमी पैदा की जा सके। इसे लेकर कारोबारी भी निराश हैं। उनका कहना है कि जब काम नहीं है, तब भी कीमतें बढ़ाना समझ से परे है।
सरिया भी 2,000 रुपए प्रति टन महंगा हो गया। कारखानों में सरिया 52,000 रुपए प्रति टन और खुदरा में 54,500 रुपए प्रति टन पर पहुंच गया।
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इस साल सीमेंट कंपनियों ने तीन बार दाम बढ़ाने की कोशिश की है और यह चौथी बार है। व्यापारियों का कहना है कि बाजार में मांग न होने के बावजूद कंपनियां दाम बढ़ा रही हैं। सीमेंट के दामों में अचानक बढ़ोतरी का कारण आगामी नगरीय निकाय चुनाव भी माना जा रहा है।
अगर सीमेंट कंपनियां दाम बढ़ा रही हैं तो इस संबंध में उनसे चर्चा की जाएगी। पिछली बैठक में कंपनियों से कहा गया था कि दाम बढ़ाने से पहले सरकार से अनुमति लें। - लखनलाल देवांगन, उद्योग मंत्री
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