मध्य प्रदेश परिवहन विभाग में कांस्टेबल रहे सौरभ शर्मा की काली कमाई की जांच चल रही है। अधिकारियों को शक है कि हवाला के जरिए पैसों का लेन-देन हुआ है। अब जांच का दायरा भी बढ़ने वाला है। सौरभ की डायरी में जिन अफसरों और नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं, उनसे भी पूछताछ की जा रही है।
मध्य प्रदेश परिवहन विभाग में कांस्टेबल रहे सौरभ शर्मा के करोड़ों रुपए के अवैध लेन-देन में हवाला का भी संदेह है। आयकर विभाग और लोकायुक्त पुलिस ने इस दिशा में भी जांच शुरू कर दी है।
सौरभ के करीबी चेतन गौड़ से भी इस संबंध में पूछताछ की गई है। इसके साथ ही आयकर विभाग विदेशों में निवेश के बारे में भी जानकारी जुटा रहा है। हवाला का भी संदेह है, क्योंकि ढाई-ढाई लाख रुपए के बंडल मिले हैं, जिनका इस्तेमाल हवाला में होता है।
अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्न' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं।
youtube- https://www.youtube.com/@bejodratna646
whataapp-https://whatsapp.com/channel/0029VaAG4A190x2t7VvoGu3v
v
अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्न' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं।
youtube- https://www.youtube.com/@bejodratna646
whataapp-https://whatsapp.com/channel/0029VaAG4A190x2t7VvoGu3v
इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इसे परिवहन घोटाला बताया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस मामले की जांच हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की निगरानी में कराने की मांग की है।
इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने इस मामले में प्रदेश के पूर्व परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की भूमिका की जांच करने और सौरभ शर्मा व उनके साथियों को गिरफ्तार करने का मुद्दा भी उठाया।
वहीं, दिग्विजय के आरोपों पर पूर्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। मंगलवार को भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिग्विजय सिंह ने कहा कि जंगल में खड़ी कार में मिला 52 किलो सोना, 200 किलो चांदी और 11 करोड़ कैश इस बात का सबूत है कि परिवहन विभाग किस तरह काली कमाई का जरिया बन गया है।
दिग्विजय ने कहा कि जब प्रदेश में कमल नाथ की सरकार बनी थी, तब परिवहन और राजस्व विभाग गोविंद सिंह राजपूत को देने का दबाव था, तब तत्कालीन मुख्यमंत्री ने बोर्ड बनाकर तय किया था कि किसे कहां पदस्थ किया जाए, लेकिन भाजपा सरकार में इस बोर्ड को भंग कर दिया गया।
वसूली का पूरा काम सौरभ शर्मा देखता था। ट्रांसफर-पोस्टिंग में उसकी भूमिका होती थी। इसकी गहराई से जांच हो तो पता चल जाएगा कि परिवहन चौकी से कमाई गई काली कमाई कहां बंटती थी।