सावन शिवरात्रि पर लाखों श्रद्धालु पवित्र नदी से जल लेने और शहर के शिव मंदिरों में जलाभिषेक करने के लिए गंगा तट पर उमड़ पड़े।
मेला नियंत्रण कक्ष के सूत्रों के अनुसार, इस वर्ष कांवड़ यात्रा के दौरान एक पखवाड़े के भीतर 4.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगा जल लेने हरिद्वार पहुँचे।
कनखल क्षेत्र में स्थित दक्षप्रजापति महादेव मंदिर परिसर में भगवाधारी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिसे भगवान शिव का ससुराल माना जाता है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अपने ससुर राजा दक्ष को दिए गए वचन के अनुसार, भगवान शिव पूरे श्रावण मास कनखल में निवास करते हैं।
कनखल के अन्य शिव मंदिरों, जैसे दरिद्र भंजन, तिलभांडेश्वर, बिलेश्वर, नीलेश्वर और गौरीशंकर मंदिरों में भी भक्तों की भारी भीड़ देखी गई।
हरिद्वार के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमोद डोभाल ने भी अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ हर की पौड़ी पर गंगा पूजा की।
उन्होंने वहां से जल लेकर दक्ष मंदिर में जलाभिषेक किया और हर साल लाखों श्रद्धालुओं द्वारा आयोजित कांवड़ मेले के निर्विघ्न समापन के लिए भगवान शिव का आभार व्यक्त किया।
सावन शिवरात्रि पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिव मंदिरों में दर्शन-पूजन के लिए पहुंच रहे हैं।