द्वितीय इंटरस्तरीय संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा के तहत 12 हज़ार 199 पदों और प्रयोगशाला सहायक के 143 पदों पर भर्तियाँ होने जा रही हैं। पूरी खबर विस्तार से देखें।
बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले, नीतीश सरकार हर क्षेत्र के लिए पिटारा खोल रही है। सरकार नौकरियों और रोजगार पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इस वर्ष आने वाले महीनों में तीन प्रमुख प्रतियोगी परीक्षाएँ आयोजित होने जा रही हैं, जिनके माध्यम से लगभग 12 हज़ार 543 विभिन्न पदों पर नियुक्तियाँ की जाएँगी।
इसमें क्षेत्र सहायक के 201 पदों के लिए अगस्त में ही लिखित परीक्षा आयोजित की जा चुकी है। इसके अलावा, द्वितीय इंटरस्तरीय संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा के तहत 12 हज़ार 199 पदों और प्रयोगशाला सहायक के 143 पदों पर भर्तियाँ होने जा रही हैं। इसके अलावा, अब तक राज्य एसएससी ने कार्यालय भृत्य या भृत्य (विशेष) पद के लिए प्रकाशित विज्ञापन के आलोक में गया और सीवान जिलों को छोड़कर शेष 25 जिलों की परीक्षाएँ प्रकाशित कर दी हैं। इन दोनों जिलों का परिणाम भी जल्द ही प्रकाशित होने वाला है।
पिछले कुछ महीनों में, विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा प्रकाशित कार्यालय परिचारी के 238 पदों के लिए इस वर्ष 11 मई को लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी। साथ ही, कल्याण प्रशासक या निम्न श्रेणी लिपिक के 56 पदों पर नियुक्ति के लिए 29 जून को लिखित परीक्षा आयोजित की गई है।
एस.एस.सी. स्तर पर चतुर्थ स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के अंतर्गत 1481 पदों और कार्यालय परिचारी या परिचारी (विशेष) की संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के अंतर्गत 3727 पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू होने वाली है। आयोग स्तर पर इसकी तैयारी अंतिम चरण में है।
एस.एस.सी. अध्यक्ष ने क्या कहा?
राज्य एस.एस.सी. अध्यक्ष आलोक राज ने कहा कि विभिन्न पदों के लिए प्रतियोगिता परीक्षाएँ निर्धारित समय में आयोजित की जा रही हैं और उनके परिणाम भी घोषित किए जा रहे हैं। इससे विभागों में रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरने में मदद मिलेगी। एक करोड़ युवाओं को रोजगार और सरकारी नौकरी प्रदान करने के सरकार के संकल्प के तहत, जैसे-जैसे विभाग स्तर से पदों को भरने हेतु अधियाचना प्राप्त होती है, उनकी बहाली की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।