मोदी सरकार ने राजस्थान के कोटा-बूंदी में 1507 करोड़ रुपये की लागत से एक नए हवाई अड्डे के निर्माण की घोषणा की है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बताया कि देश में अब 162 सक्रिय हवाई अड्डे हैं।
मंगलवार (19 अगस्त 2025) को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए। मोदी सरकार ने राजस्थान के कोटा-बूंदी में 1507 करोड़ रुपये की लागत से एक नए हवाई अड्डे के निर्माण की घोषणा की है। ओडिशा के कटक और भुवनेश्वर में छह लेन की एक्सेस-कंट्रोल्ड रिंग रोड बनाने को मंजूरी दी गई है। इस परियोजना पर 8,307 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
राजस्थान में ग्रीन फील्ड हवाई अड्डा
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "मंत्रिमंडल ने राजस्थान में एक ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे - कोटा-बूंदी हवाई अड्डे - के विकास को मंजूरी दे दी है, जिसकी अनुमानित लागत 1,507 करोड़ रुपये है। टर्मिनल भवन 20,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला है और इसका रनवे 3200 मीटर लंबा है। इसकी क्षमता 20 लाख यात्री प्रति वर्ष होगी। इसे 2 वर्षों के भीतर पूरा करने के लक्ष्य पर काम चल रहा है।" उन्होंने कहा, "वर्ष 2014 तक भारत में केवल 74 हवाई अड्डे थे। पिछले 11 वर्षों में यह संख्या दोगुनी से भी अधिक हो गई है। अब भारत में 162 सक्रिय हवाई अड्डे हैं।"
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कोटा-बूंदी ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण के बारे में कहा, "कोटा एक औद्योगिक और शिक्षा केंद्र है। शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोग नियमित रूप से कोटा आते हैं। यहाँ एक हवाई अड्डे की मांग लंबे समय से थी।" मौजूदा हवाई अड्डा पुराना है और उसे आधुनिकीकरण की आवश्यकता है।"
ओडिशा को 6-लेन एक्सेस-कंट्रोल रिंग रोड की सौगात
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 8,307.74 करोड़ रुपये की लागत से हाइब्रिड एन्युइटी मोड (HAM) पर ओडिशा में 6-लेन एक्सेस-कंट्रोल कैपिटल रीजन रिंग रोड (भुवनेश्वर बाईपास - 110.875 किमी) के निर्माण को मंजूरी दे दी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, "इस परियोजना को 6-लेन एक्सेस-कंट्रोल ग्रीनफील्ड हाईवे के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव है। इससे कटक, भुवनेश्वर और खोरधा शहरों में रहने वाले लोगों को बहुत लाभ होगा।"