लगातार युवाओं के अंदर ह्रदय गति की बीमारियां युवाओं को मौत के मुंह तक ले जा रही है
ह्रदय गति रूकने से शहर के व्यापारी की दर्दनाक मौत, व्यापारियों में शोक की लहर
इंसान को अगर लंबी जिंदगी जीना है तो अपनी दिनचर्या में सुधार लाएं
घनश्याम बाबा
डबरा (बेजोड रत्न ब्यूरो)। वर्तमान परिवेश में कार्डियक अरेस्ट और हद्रय गति रूकने से अब नौजवानों की भी मौत की संख्य बढती जा रही है, कोरोना काल निकलने के कुछ वर्षों का इतिहास उठाकर देखा जाए तो हार्ट संबंधी बीमारियों से मरने वालो की संख्या में इजाफा हुआ है। जहां पहले लंबी उम्र के बाद हार्ट के मामले सामने आते थे, वहीं आज के समय में कम उम्र के लोगों में ऐसे मामले अत्यधिक देखने को मिल रहे है। सबसे खास बात ये है कि युवा इस बीमारी से ज्यादा शिकार हो रहे है, भय की बात तो ये है कि कार्डियक अरेस्ट में दिल की धडकन काम करना बंद कर देती है और अगर तुरंत इलाज न मिले तो व्यक्ति की मौत हो जाती है। ऐसी ही एक बुरी खबर शहर में देखने को मिली जब एक युवा व्यापारी की ह्रदय गति रूकने से मौत हो गई। युवा व्यापारी डबरा इलेक्ट्रॉनिक्स का बेटा राहुल जैन (कल्लू) की ह्रदय गति रूकने से मौत हुई है। दिल की धकडन रूकने पर शरीर के कई हिस्सों तक खून की आपूर्ति न होना....
इस भागदौड की जिंदगी में इंसान कई प्रकार का टेंशन दिमाग में ले लेता है, लगातार दिमाग पर बोझ रखने के कारण विशेषज्ञ डॉक्टरों की मानें जब इंसान के दिल की धडकन अचानक रूक जाती है और जिसके चलते शरीर के बाकी हिस्सों तक खून की बूंदे नहीं पहुंच पाती ऐसी स्थिति में इंसान की मौत हो जाती है। खास बात तो यह है कार्डियक अरेस्ट में इंसान बेसुध या बेहोश हो जाता है लेकिन चिंता की बात यह है कि अगर व्यक्ति को तत्काल इलाज नहीं मिला तो ऐसी स्थिति में व्यक्ति की मौत तक हो जाती है।
धमनियों के ब्लॉक होने पर इंसान को अटैक पडता है.......
सिविल अस्पताल के चिकित्सक डॉ. डीआर सगर ने बताया जब इंसान के दिल तक खून पहुंचाने वाली धमनियों में अगर कोई बाधा आती है या धमनियां 100 फीसदी ब्लॉक हो जाती है उस स्थिति में इंसान को हार्ट अटैक आता है या फिर इसके अलावा अगर इंसान के लिए की मासपेंशियां कमजोर है तो वह कार्डियक अरेस्ट का शिकार हो सकता है। हार्ट अटैक के आने से पहले इंसान को कई प्रकार के लक्षण नजर आते है जैसे सीने में दर्द होना, सीने में भारीपन महसूस होना आम लक्षण है, खास बात तो ये भी है कि ऐसी स्थिति में सांस का फूलना, पसीना आना या उल्टी होना भी इसके लक्षणों में शामिल है।
हार्ट अटैक की वजह इंसान की खराब लाइफ स्टाइल भी हो सकती है........
सिविल अस्पताल के डॉक्टर एवं ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय पाठक का कहना है कि हार्ट अटैक की वजह इंसान की खराब लाइफ स्टाइल भी हो सकती है। अगर इंसान की जीवन शैली ठीक नहीं है तो वह खुद को हार्ट की जैसी गंभीर बीमारी को जन्म के पास ला सकता है। खास बात यह भी है कि इंसान का गलत खानपान, नींद ठीक से न आना, एक्सरसाइज न करना हार्ट अटैक की सामान्य वजह हो सकती है और यही कारण है कि वर्तमान समय में लोग इसका शिकार भी हो रहे है।
अच्छी लाइफ स्टाइल इंसान को इन बीमारियों से बचा सकती है......
विशेषज्ञ डॉक्टरों की मानें तो हार्ट की उचित देखभाल करके हार्ट से संबंधित बीमारियों से इंसान खुद को बचा सकता है, इसके लिए इंसान को अपनी लाइफ स्टाइल हेल्दी बनाना होगी, समय पर सही आहार का सेवन करना होगा। रोजाना एक्सरसाइज इंसान को करना होगी और अपने वजन को कंट्रोल करना होगा, इस बीमारी से बचने के लिए इंसान को तनाव से दूर रहना होगा, सिगरेट और बीडी व एल्कोहल से बचना होगा और लगातार डॉक्टर के संपर्क में रहना होगा।
इनका कहना......
भागदौड की जिंदगी में इंसान अपने शरीर का ध्यान नहीं देता और लाइफ स्टाइल लगातार बदलती जाती है और इंसान कई बार अपने दिमाग पर इतना बोझ ले लेता है कि अटैक जैसी बीमारियां इंसान के शरीर में घर कर लेती है। वर्तमान समय में नौजवानों की मौत अटैक का कारण है इसलिए इंसान को अपनी जीवन शैली में सुधार लाना चाहिए और खान-पान पर विशेष ध्यान रखना चाहिए।
डॉ. विजय पाठक डॉक्टर एवं ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी
कोरोना काल के बाद इंसान के जीवन में कई प्रकार के बदलाव देखने को मिल रहे है, शारीरिक बदलाव के चलते लोगों ने अपनी दिनचर्या पर लापरवाही बरती है, इसी लापरवाही का नतीजा है कि लोगों के अंदर अटैक जैसी बीमारियां घर कर रही है। इंसान को स्वस्थ जीवन जीने के लिए अपनी लाइफ स्टाइल में बदलाव लाने की अत्यंत आवश्यकता है, अच्छा खान-पान अत्यंत जरूरी है। एल्कोहल और बीडी, सिगरेट से दूरी बनाने की अत्यंत आवश्यकता है तभी इंसान स्वस्थ्य जीवन जी सकता है।
डॉ. डीआर सगर चिकित्सक सिविल अस्पताल डबरा