- रंगपंचमी का त्यौहार हमारे सिर का ताज है, रंग गुलाल दोस्ती की मिशाल है- समाजसेवी संगीता डेंगरे

रंगपंचमी का त्यौहार हमारे सिर का ताज है, रंग गुलाल दोस्ती की मिशाल है- समाजसेवी संगीता डेंगरे

घनश्याम बाबा
डबरा  (बेजोड रत्न ब्यूरो)। रंग पंचमी के अवसर पर राष्ट्र सेविका समिति का रंग पंचमी महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया, इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी संगीता डेंगरे, डॉ अंजलि भार्गव, ममता राठौर एवं ममता कुचिया मौजूद रही। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती संगीता डेंगरे ने अपने उद्बोधन में कहा कि रंग पंचमी का दिन पूरे देश में एक प्रमुख उत्सव है। होली की तरह ही यह त्यौहार भी मस्ती, खुशियों और रंगों से भरा हुआ है। हिंदू लोगों के लिए, यह दिन एक महत्वपूर्ण धार्मिक महत्व रखता है क्योंकि यह माना जाता है कि होलिका दहन की पवित्र अग्नि में लोग सभी प्रकार के तामसिक और राजसिक तत्वों से शुद्ध हो जाते है। वातावरण सकारात्मकता से भर जाता है और एक सकारात्मक आभा सभी को घेर लेती है। 
पवित्र ज्वाला रंगों के माध्यम से देवताओं का आह्वान करने में मदद करती है इसलिए रंग पंचमी शुद्धि के आनंद को व्यक्त करने का उत्सव है। हिंदू पौराणिक कथाओं और शास्त्रों के अनुसार, रंग पंचमी का त्यौहार तामसिक गुण और राजसिक गुण पर सत्त्व गुण की जीत का प्रतीक है। यह दर्शाता है कि आध्यात्मिक विकास के मार्ग में जो बाधाएँ हैं, वे जल्द ही समाप्त हो जाएंगी। इस खास दिन पर लोग अपने परिवार, रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ रंग से खेलते है। भक्त भगवान कृष्ण और राधा देवी की पूजा और अर्चना भी करते है। विभिन्न पूजा अनुष्ठान भी किये जाते है, जो भक्तों द्वारा देवताओं के सम्मान में रखे जाते है। कार्यक्रम में कुक्की अग्रवाल, विनीता गुप्ता, जूही गुप्ता, सीमा श्रीवास्तव, सुधा चंदेल आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रही।

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