बदलते मौसम के चलते सर्दी, जुकाम और वायरल के मरीजों में हुआ इजाफा
घनश्याम बाबा
डबरा (बेजोड रत्न ब्यूरो)। कोरोना काल बीतने के बाद जहां लोग हर बीमारी से दहशत के साए में है वहीं दूसरी ओर वर्तमान समय में मौसम के समय-समय पर मिजाज बदलने के कारण हर घर में नौजवान बेटा-बेटी, बूढा, बच्चा और जवान सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार की चपेट में आ रहा है। पिछले 15 दिनों में सर्दी, जुकाम के मरीजों में 35-40 फीसदी का इजाफा हुआ है जहां एक ओर फरवरी माह में सूर्य भगवान ने अपने तेवर गर्म रखे वहीं मार्च शुरू होते ही हुई बारिश ने मौसम की फिजा में ठंडक घोल दी और लोगों को वायरल की बीमारी ने जक डमें ले लिया। सावधान! लोग सर्दी, जुकाम, बुखार में दवा लेने से पूर्व डॉक्टर की सलाह लें अन्यथा सर्दी, जुकाम, बुखार लोगों को गंभीर बीमारी से जकड सकता है, लोगों को उचित सलाह दी जाती है कि खुद डॉक्टर न बनें और बीमारी से निजात दिलाने के लिए तत्काल डॉक्टर की सलाह लें।
वायरल शरीर के अंदर जकडन पैदा कर रहा है......
वर्तमान समय में सरकारी अस्पताल और अशासकीय अस्पतालों में सर्दी, जुकाम, बुखार के बेतहाशा मरीज आपको देखने को मिल जाएंगे। चाहे बच्चा हो या नौनिहाल या बूढा, बडा, या युवा पीढी, हर किसी को वायरल ने अपनी जकड में ले लिया है। लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। कोरोना काल में लोगों की इम्युनिटी कम होने के कारण मौसम बदलने की फिजा से अतिशीघ्र वायरल का शिकार युवा और आम आदमी हो रहा है। डॉक्टर से दवा लेने पर अमूमन लोगों को लाभ भी मिल रहा है लेकिन खांसी का प्रकोप लोगों में खास तौर से देखा जा रहा है। सिविल अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने लोगों को सलाह दी है कि सर्दी, खांसी, हाथ-पैरों में दर्द, हल्का बुखार तथा गले में इंफेक्शन लोगों को वर्तमान में परेशान कर रहा है जिसे लोग हल्के में न लें।
बीमारी को हल्के में न ले मरीज.......
विशेषज्ञ डॉक्टरों का यह भी कहना है कि मौसम का प्रभाव वर्तमान में नौनिहाल बच्चों से लेकर 15 साल के बीच अत्यधिक देखने को मिल रहा है। ऐसे बच्चों में सर्दी, खांसी, अत्यधिक सांस चलने की शिकायत देखने को मिल रही है, बच्चे अत्यधिक वायरल से पीडित है और बच्चों को दवा लेने के बाद 7 से 8 दिन ठीक होने में लग रहे है। कई बार सर्दी, जुकाम के साथ ही नौनिहाल बच्चों से लेकर 15 साल के बच्चों में निमोनिया भी हो रहा है, सामान्य दिनों की तुलना में प्रतिदिन सिविल अस्पताल और अशासकीय अस्पतालों और क्लीनिकों पर वायरल मरीजों की भीड लगातार देखने को मिल रही है।
ये सावधानी बरतें......
- मौसम को देखते हुए ठंडे पेय पदार्थाें का बडी सावधानी से छोटे बच्चे सेवन न करें यह नुकसानदायक है।
- सर्दी, खांसी और वायरल बुखार होने के चलते गर्म पानी के गरारे मरीज को करना चाहिए।
- गर्म पानी पीते रहना चाहिए और दूध में हल्दी डालकर उबालकर उसका सेवन करना चाहिए।
- बासी खाना खाने से बचे, ताजे भोजन का सेवन करें, अत्यधिक छींक आने और खांसी के चलते मॉस्क लगाने से परहेज न करे।
- घर से बाहर निकलने पर प्रत्येक इंसान को मॉस्क लगाना अत्यावश्यक है, अन्यथा मॉस्क न लगाने की स्थिति में परिणाम घातक होंगे।
डिग्रियां कुछ भी नहीं और वायरल मरीजों का कर रहे है डॉक्टर इलाज.......
शहर के अंदर और शहर के आसपास कॉलोनियों में कई सैकडा क्लीनिक आपको देखने मिल जाएंगे क्लीनिकों पर नौनिहाल बच्चों से लेकर बडे-बूढे, नौजवानों का इलाज कई पैथी से डॉक्टर इलाज कर रहे है। जिस पैथी की डिग्रियां उन डॉक्टरों के पास नहीं है। जिला हेल्थ अधिकारी और सीनियर ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी सिविल अस्पताल को ऐसे क्लीनिकों की पडताल करना अति आवश्यक है जिनके पास डिग्रियां कुछ और है और इलाज एलोपैथिक दवाओं से इलाज कर रहे है। कई बार ऐसे मरीजों की स्थिति गंभीर हो जाती है और यहां तक कि डॉक्टर के भी हाथ-पांव फूल जाते है और ऐसी स्थिति में वह डॉक्टर सिविल अस्पताल का सहारा लेते देखे जा सकते है। आम आदमी के जीवन से खिलवाड करना गली-कूंचो में डॉक्टरों की क्लीनिकें देखने को मिलती है, स्थानीय ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी का दायित्व है कि ऐसे लोगों पर विशेष ध्यान दें अन्यथा इस वायरल बीमारी में जहां एक ओर गरीब लुटता है वहीं दूसरी ओर गंभीर बीमारी के चलते लोगों के अंदर गंभीर बीमारियां अपना घर बना लेती है।
इनका कहना........
बदलते मौसम के कारण सर्दी, जुकाम, बुखार वायरल जैसी बीमारियां हर घर में देखने को मिल रही है लोगों से अपील है कि लोग सर्दी जुकाम, बुखार आने पर तत्काल सिविल अस्पताल पहुंचकर डॉक्टर से सलाह लेकर दवाएं ले। यह बीमारी गंभीर रूप भी धारण कर सकती है, सर्दी, जुकाम वाले मरीजों को मॉस्क लगाना अति आवश्यक है, मॉस्क न लगाने की स्थिति में यह वायरल के अन्य सदस्यों में भी फैल सकता है।
डॉ. विजय पाठक सीनियर ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी सिविल अस्पताल डबरा
मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है, फिजाओं में ठंडक घुल रही है ऐसी स्थिति में नौनिहाल बच्चों से लेकर बडे-बूढे और नवयुवकों में सर्दी, जुकाम, बुखार, वायरल जैसा प्रकोप देखने को मिल रहा है। लोगों को सलाह दी जाती है कि सर्दी, जुकाम होने पर तत्काल सिविल अस्पताल पहुंचकर डॉक्टरों से सलाह लेकर दवा का सेवन करें और घर से बाहर निकलने पर और घर के अंदर रहने पर सर्दी, जुकाम, बुखार के मरीजों को मॉस्क लगाना अति आवश्यक है। अगर सर्दी, जुकाम, बुखार के मरीजों ने मॉस्क नहीं लगाया तो ऐसी स्थिति में यह वायरल घर के अन्य सदस्यों को भी अपनी जकड में ले सकता है इस वायरल से गले की बीमारियां भी पनप रही है।
डॉ. डी आर सगर विशेषज्ञ कैंसर एवं ईएनटी सिविल अस्पताल डबरा