-
रोक के बाद भी नरवाई में लगाई जा रही है आग, कार्यवाही करने में प्रशासन बना नाकाम
रविवार को 4 गांव में घटित हुई नरवाई जलाने की घटना, आग बढ़ने पर पहुंची फायर बिग्रेड
(बेजोड रत्न)। स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक खेतों में खड़ी नरवाई जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और आपदा प्रबंधन की धारा 188 के तहत नरवाई में आग लगाकर जलाने वाले किसानों के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही का प्रस्ताव निर्धारित किया गया है लेकिन प्रशासन द्वारा नरवाई जलाने पर लगाए गए प्रतिबंध का कोई असर नजर नहीं आ रहा है जिसका मुख्य कारण है कि अनुभाग में बैठे जिम्मेदार अधिकारी नरवाई जलाने वाले किसानों पर कार्यवाही करने में नाकाम बने हुए हैं। इसी का परिणाम है कि रविवार को बार-बार अनुभाग के 4 गांव में किसानों ने अपने खेतों में खड़ी नरवाई को जलाने के लिए आग लगा दी और चल रही तेज गति की हवाओं के कारण आग ने विकराल रूप ले लिया तो ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची फायर बिग्रेड ने आग पर काबू पाया। नहीं तो कुछ गांवों में आगजनी की बड़ी घटना भी घट सकती थी।
किसान आए दिन लगा रहे है नरवाई में आग, जो कि है गलत......
मिली जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह लगभग 11 बजे भितरवार अनुभाग के ग्राम दुबाह के कुछ किसानों ने खेतों को गर्मी वाली धान की पैदावार के लिए खाली करने के उद्देश्य से आग लगा दी जिसके कारण नरवाई की आग तेज गति की चल रही हवाओं के कारण आसपास फेलने लगी और कई हरे भरे पेड़ पौधे आग की चपेट में आ गए तो बढ़ती आग को देख घबराए ग्रामीणों ने इसकी सूचना भितरवार नगर परिषद की फायर बिग्रेड को दी तो है मौके पर पहुंची और बढ़ती आग को पानी की तेज बौछार चलाकर काबू में किया। अभी दुवाह गांव की जल रही नरवाई की आग बुझ भी नहीं पाई थी कि तब तक बरौआ मैं भी कुछ किसानों ने खेत खाली करने के चक्कर में नरवाई में आग लगादी और आग विकराल रूप लेकर गांव की ओर बढ़ की नजर आई तो पहले ग्रामीणों ने अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास किया तत्पश्चात फायर बिग्रेड को सूचना दी तो वहां भी फायर बिग्रेड ने बढ़ती आग को काबू में किया।
आग बुझाने में फायर बिग्रेड कर रही है मदद......
इसी प्रकार ग्राम किठोंदा और सिंघारन के किसानों ने भी नरवाई में आग लगा दी जिसकी सूचना पर भी फायर ब्रिगेड पहुंची और आग पर काबू पाया। इस दौरान देखा जाए तो बढ़ती आग के कारण कई किसानों की सिंचाई के लिए खेतों में पड़ी पानी की लेजम बिजली के तार और कई किसानों का ईंधन और अन्य सामान भी आगजनी की घटना में जलकर राख हो गया है। निरंतर आगजनी की घटनाओं के बाद भी स्थानीय प्रशासन द्वारा आग लगाने वाले किसानों पर कार्यवाही नहीं की गई जिसके कारण निरंतर आगजनी की घटनाएं दिन प्रतिदिन गर्मी वाली धान लगाने के चक्कर में किसान कर रहे हैं।
Comments About This News :
Submit A Comment
Subscription Successfully......!
Error Please Try Again & Check Your Connection......!