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भगवान रामलला को छप्पर फाड़ कर मिला दान, इतने वर्ष तक धन की नहीं होगी कमी
अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर आकार ले रहा है। मंदिर के प्रथम चरण का कार्य दिसंबर 2023 में पूरा होगा। जनवरी 2024 में भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होने वाले हैं। प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंच कर अपने आराध्य के दर्शन कर रहे हैं। साथ ही, लोग बढ़-चढ़ कर मंदिर निर्माण में दान भी दे रहे हैं।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पिछले दिनों निधि समर्पण अभियान चलाया था। इसमें राम भक्तों ने करोड़ों रुपये रामलला के बन रहे निर्माणाधीन मंदिर में दान दिया था। ट्रस्ट के मुताबिक, भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण में लगभग 1,800 करोड़ रुपये खर्च आ रहा है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राम मंदिर ट्रस्ट के पास इतना धन है कि 20 वर्षों तक ट्रस्ट को किसी से मांगने की जरूरत नहीं होगी।
बीते दिनों राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के जन्मोत्सव के मौके पर आयोजित संत सम्मेलन में मंच से संबोधित कर राय ने देश भर में चलाए गए समर्पण निधि अभियान के बारे में बताते हुए कहा था कि 20 वर्षों तक भगवान रामलला को किसी भी तरीके के दान की आवश्यकता नहीं है। समर्पण अभियान में इतना पैसा आया कि अगले 20 वर्षों तक रामलला के राजभोग और रख-रखाव के साथ आने वाले खर्च का वहन समर्पण निधि से किया जा सकता है।
महासचिव राय ने बताया कि जब राम मंदिर निधि समर्पण शुरू हुआ, तब घर-घर जाने का अभियान 40 दिन का तक चलाया गया। अभियान समाप्ति के बाद ऐसा लगा कि महंत नृत्य गोपाल दास ने एक साल पहले कहा था चिंता मत करना, पैसे की कोई कमी नहीं होगी। अब ऐसा लगता है कि राम मंदिर निर्माण में 20 साल तक किसी से धन मांगने की आवश्यकता नहीं होगी। इतना पैसा निधि समर्पण अभियान में आ गया है।
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