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मौत की गारन्टी है यहाँ..........टंकी के लिए गड्डा खोदकर भूल गयी निर्माण एजेंसी
गोहद। गोहद नगर की जनता शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सन 2013-2018 के विधानसभा कार्यकाल में तात्कालिक सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री लालसिह आर्य के अथक प्रयासों से 1 अरब 18 करोड़ रुपये की जल आवर्द्धन योजना स्वीकृति हुई यह केंद्र व राज्य सरकार का सयुक्त उपक्रम है इस योजना में नगर के 18बार्दो में शुद्ध पेयजल जनता को उपलब्ध कराया जाएगा यह शुद्ध पेयजल भिण्ड मुरैना जिले की सीमा पर स्थित कोतवार डेम से पाइप लाइन द्वारा गोहद नगर में पानी सप्लाई किया जाना है गोहद नगर में पानी के स्टोर के लिए तंकियो का निर्माण किया जाना है इसी क्रम में शासकीय अस्पताल के पास स्थित सब्जी मंडी टँकी निर्माण के लिए अप्रेल माह में गड्डा खोदा गया लेकिन गड्डा खोदने के निर्माण एजेंसी भूल गई लेकिन यह गड्डा मौत को आमंत्रण दे रहा है। मई माह में इस गड्ढे में गाय चली गई थी जिसे गोसेवकों ने बमुश्किल बचाया जिसमें जेसीबी की मदद लेनी पड़ी चूंकि यह स्थान नगर में प्रसिद्ध मन्दिरो के रास्ते मे है और यहाँ हर रोज महिलाओं व बच्चों का आवागमन होता है जिससे हर पल अनहोनी का अंदेशा रहता है।गोहद नगर की जनता को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए स्वीकृत जल आवर्द्धन योजना की निर्माण एजेंसी जयपुर की कम्पनी है जिसकी मोनिटरिंग गोहद नगर पालिका के अधीन है नगर पालिका द्वारा भी गोहद नगर को सेक्टर में विभाजित कर सब इंजीनियर को देखरेख का जिम्मा सोपा है गोहद नगर की जनता को सुगमता से पेयजल उपलब्ध हो सके इसके लिए गोहद नगर का सर्वे कर तथा मिट्टी का परीक्षण कर टँकी निर्माण के लिए नगर में स्थान चयन किये गए जिसमे सब्जी मंडी भी शामिल था और सब्जी मंडी स्थान की समीपवर्ती स्थानों से गहराई व ऊँचाई का नापतौल कर पाइप लाइन भी बिछाई गई सब्जी मंडी में टँकी निर्माण के लिए खुदाई का कार्य युद्ध स्तर पर चला यहा मंडी की टीनशेड व सीसी को भी नुकसान पहुचा लेकिन पिछले एक माह से गड्डा खुदा पड़ा है वैसे तो सब्जी का व्यवसाय सन 2005 से यहाँ से बंद है लेकिन बरसात में सब्जी बिक्रेता अपने जमीर से समझौता कर व्यवसाय संचालन इसी स्थान से करते है वो शायद अब सम्भव न हो गोहद नगर में जल आवर्द्धन में निर्माण एजेंसी अपनी मर्जी से कार्य कर रही है पूरे नगर को गद्दों में तब्दील कर दिया है पाइप लाइन के लिए सड़क तो खोदी गई लेकिन सड़क को बनाया नही गया हालात यह है कि नगर में गर्भवती महिलाओं जैसे सँभलकर पैर रखना पड़ रहे है जरा सा ध्यान भटका सीधा टिकट कटा नही तो हाथ पैर टूटने की तो फूल गारन्टी है जबकि पाइप लाइन के लिए खोदी गई सड़क का निर्माण एजेंसी को करना है ऐसा टेंडर में शामिल है अब सवाल यह हैकि टँकी निर्माण से पूर्व मिट्टी परीक्षण के लिए मिट्टी कितने फुट पर ली जाती है और परीक्षण की रिपोर्ट कितने दिन में आ जाती है अगर उक्त स्थान की मिट्टी टँकी निर्माण के लिए उपयुक्त नही है तो फिर गड्डा भरा क्यो नही गया तथा टँकी का स्थान बदले जाने से बिछाई गई पाइप लाइन से सुगमतापूर्वक पानी उपलब्ध होगा गोहद नगर की जल आवर्द्धन योजना निर्माण एजेंसी के लिए भले यह एक काम हो और मोनिटरिंग में शामिल नगर पालिका के लिए भले ही नोकरी हो लेकिन गोहद की जनता के लिए यह जल आवर्द्धन जिल्लत से बचाने वाली योजना है गोहद की जनता ने पानी के अभाव में कई बार शर्मिंदगी के कारण सर झुकाना पड़ा है यहाँ कई युवा घोड़ी नही चढ सके पानी की समस्या के कारण कोई भी पिता अपनी लड़की को गोहद में नही विवाह करना चाहता है इसके चलते गोहद लोगो ने जिल्लत की जिंदगी को जिया है वही पानी की समस्या के कारण लड़ाई झगड़े भी हुए।
इनका कहना है:
1. गोहद में जल आवर्द्धन योजना।महत्वपूर्ण कार्य है इससे पेयजल का स्थाई हल होगा लेकिन इसकी सफलता भविष्य के गर्भ में है।
आशीष गुर्जर अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी गोहद
2. भाजपा शाशन काल मे यह योजना स्वीकृति हुई इससे घर घर जल का संकल्प पूर्ण होगा।
विवेक जैन नगर मण्डल अध्यक्ष भाजपा
3. जल आवर्द्धन योजना के तहत कार्य जयपुर की कम्पनी द्वारा किया जा रहा है देखरेख तो हमे ही करना है लेकिन कम्पनी के लोग ही बता सकते है कि गड्डा किसलिए खोदा गया।
उपाध्याय इंजीनियर नपा गोहद
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