- उज्जैन ग्रीन मोबिलिटी प्लान में रखे गये 8500 करोड़ के प्रस्ताव

उज्जैन ग्रीन मोबिलिटी प्लान में रखे गये 8500 करोड़ के प्रस्ताव

2042 तक उज्जैन शहर के यातायात एवं सड़कों का होगा कायाकल्प
उज्जैन । वर्ष 2022 में मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड, अर्बन मास ट्रांजिट कंपनी (यूएमटीसी) एवं नगर पालिक निगम के बीच एक त्रि-पक्षीय समझौता किया गया था, जिसके अंतर्गत यूएमटीसी को उज्जैन शहर का विस्तृत मोबिलिटी प्लान आगामी 20 वर्षों यानि 2042 के लिए तैयार करना है द्य मंगलवार को मेला कार्यालय में आयुक्त रोशन सिंह की अध्यक्षता में बैठक रखी गयी जिसमें दिल्ली से यूएमटीसी की टीम द्वारा सभी प्रस्ताव दिखाए गये एवं उनपर विचार विमर्श किया गया द्य प्रस्ताव में 128 किलोमीटर कि चयनित सड़कों का चौडीकरण, एवं 120 नवीन सड़कों के निर्माण भी शामिल हैं द्य शहर के अंदर तीन चरणों में 353 बसों का संचालन किया जायेगा एवं 15 स्मार्ट बस स्टैंड, तपोभूमि पर 1 नवीन तकनीक का आईएसबीटी, अथवा सिंहस्थ के लिए एक अस्थायी आईएसबीटी प्रस्तावित किया गया है।
 

 महाकाल महालोक के अनावरण के बाद उज्जैन में श्रधालुओं का आवागमन 6 गुना बड़ा एवं टीम द्वारा सर्वे ये निकलकर आया की 70 प्रतिशत लोग इंदौर रोड से होकर ही उज्जैन आते हैं, इसी क्रम में देवास गेट बस स्टैंड एवं हरी फाटक से तपोभूमि तक 15 किलोमीटर का हाई डिमांड कोरिडोर प्रस्ताव दिया गया। टीम द्वारा उज्जैन रेलवे स्टेशन से त्रिवेणी संग्रालय होते हुए रामघाट से भरतरी गुफा एवं काल भैरव मंदिर तक रोपवे का प्रस्ताव भी दिया गया।
  

वर्तमान में ऑटो या ई-रिक्शा लेने के लिए घर से दूर मुख्य सड़क पर जाना पड़ता है, इसी समस्या को देखते हुए सदस्यों द्वारा रहवासी एवं व्यावसायिक क्षेत्रों के मध्य से 7 रूट का चयन किया गया  एवं 9 ऑटो एवं इ-रिक्शा स्टैंड का प्रस्ताव रखा द्य कच्ची सड़कों का सर्वे कर 190 किलोमीटर पर फूटपाथ एवं 52 किलोमीटर का साइकिल ट्रैक भी प्लान में रखा।  
  

महाकाल लोक के अतिरिक्त 2.5 किलोमीटर का रूट वाहन प्रतिबंधित क्षेत्र रहेगा जिन्हें 8 स्थानों पर रोका जायेगा एवं इस क्षेत्र में केवल शासन द्वारा संचालित इ-रिक्शा एवं इ-स्कूटर ही चलेंगे द्य टीम द्वारा यह प्रस्ताव भी दिया गया की क्षिप्रा नदी के किनारे प्रमुख घाटों को छोड़कर ग्रीन बेल्ट एवं इको-मोबिलिटी कॉरिडोर बनाया जाये द्य इसके अतिरिक्त अनाज, फल, फूल एवं सब्जी मंडियों को शहर के बाहर देवास रोड पर स्थापित करना, 43 चौराहों का सुधार एवं चौड़ीकरण, 8 किलोमीटर की महाकाल मंदिर से गोपाल मंदिर एवं पुराने शहर के क्षेत्र में एकल मार्ग, 22 स्थानों पर स्मार्ट सिगनल, 37 स्थानों पर इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन, एवं 17 वाहन पार्किंग का भी प्रस्ताव दिया गया द्य आने वाले 20 वर्षों में यातायात 
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सुविधा को बढाने के लिए यूएमटीसी टीम द्वारा कुल 8500 करोड़ के प्रस्ताव टीम द्वारा अधिकारीयों के समक्ष रखे।शहर के विकास का प्रमुख कैटेलिस्ट सुगम यातायात एवं सड़क अवसंरचना होता है, 2028 में आने वाले सिंहस्थ के अंदर ये ग्रीन मोबिलिटी प्लान कारगर साबित होगा।
  रौशन कुमार सिंह, निगमायुक्त, नगर पालिक निगम उज्जैन

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