भाजपा में आना चाहते थे नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह
भोपाल। मप्र में कमलनाथ सरकार के पतन के बाद लहार विधायक गोविंद सिंह भाजपा की सदस्यता लेकर सत्ता में रहना चाहते थे। उन दिनो लहार विधायक व वर्तमान के नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह ने भोपाल में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के बंगले चक्कर लगाए थे। वे ढोक लगाकर भाजपा में घुसने का प्रयास करते रहे। परंतु भाजपा संस्कारवान पार्टी है उनके प्रयास असफल रहे। यह आरोप सिंधिया समर्थक भाजपा नेता अशोक चौधरी ने एक प्रेस वार्ता के दौरान लगाए। भाजपा नेता चौधरी ने इस दौरान नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह द्वारा रावतपुरा संत पर दिए गए बयान पर हमले करते हुए ये बात कही।

उन्होंने कहा कि डॉक्टर गोविंद सिंह संतों का अपमान करते आए हैं। रावतपुरा सरकार की ख्याति की वजह से लहार क्षेत्र की पहचान देश-विदेश में बनी हुई है। रावतपुरा के रविशंकर महाराज ऐसे संत हैं जिनके अनुवाई लाखों-करोड़ों में हैं ऐसे संतों का अपमान करना भारतीय संस्कृति और करोड़ों भारतीयों का अपमान है। भाजपा नेता चौधरी ने अपनी बात को रखते हुए कहा की भाजपा की सत्ता जाने के बाद लहार विधायक डॉक्टर गोविंद सिंह सत्ता सुख चाहने के लिए प्रयासरत थे। वे लगातार भाजपा में आने के लिए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बंगले के चक्कर काटते रहे इसके बाद जब वह सफल रहे तो उन्होंने कांग्रेश के अंदर ही राजनीति शुरू कर दी और नेता प्रतिपक्ष का पद लेने के लिए महत्वकांक्षी बन गए थे। भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य अशोक चौधरी ने कहा-नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह द्वारा रावतपुरा सरकार धाम के महंत रविशंकर महाराज पर अनर्गल एवं अपमानजनक आरोप लगाए है। उन्होंने एक संत पर आधारहीन आरोप लगाए है।

जबकि हकीकत यह है कि सरकारी जमीनें व गरीबों का हक हड़पने के मामले में खुद डॉ. गोविंद सिंह का रिकॉर्ड रहा है। गोविंद सिंह ने लहार में जो घर बनाया है, वह घर अनुसूचित जाति के रास्ते पर कब्जा करके बनाया है। इतना ही नहीं गोविंद सिंह ने गांव में भी इसी तरह जमीन पर कब्जा कर लिया है। यदि पुराना अभिलेख खंगाला जाए तो यह साबित हो जाएगा कि कांग्रेस के इस नेता ने सरकारी जमीन पर कब्जे किए हैं।
नहीं बदल सकी लहार की सूरत
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य अशोक चौधरी ने डॉ. गोविंद सिंह पर तीखा हमला करते हुए कहा कि लहार, दबोह, रौन, मिहोना की जनता को झूठे, लुभावने सपने दिखाकर तथा जोड़तोड़ के साथ सात बार चुनाव तो जीत गए लेकिन वे लहार की सूरत नहीं बदल सके। आज भी लहार की सडक़ें खस्ता हालत में हैं, सडक़ों पर चलना दूभर है, अपराधी तत्वों के हौंसले बुलंद हैं और बिजली पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं की दयनीय हालत किसी से छिपी नहीं है, अच्छा होता कि चुनाव जीतने के लिए वे युवाओं को बंदूक के लाइसेंस थोक में बांटने के बजाए उनके स्थायी रोजगार व शिक्षा के लिए प्रयास करते।
समता ट्रस्ट का हिसाब दे डॉ. गोविंद सिंह
इस दौरान उन्होंने कहा कि डॉ गोविंद सिंह ने रावतपुरा सरकार के महंत संत रविशंकर महाराज पर धन का आरोप लगाया है व्यापारी बताया है। रावतपुरा सरकार ट्रस्ट को लेकर भी बयानबाजी दी है। इसके जवाब में सिंधिया समर्थक भाजपा नेता अशोक चौधरी ने कहा कि डॉक्टर गोविंद सिंह पहले समता ट्रस्ट का जब हिसाब किताब दें। इस ट्रस्ट का कौन कब अध्यक्ष व सदस्य रहा है सारे के सारे सदस्य डॉक्टर गोविंद सिंह के परिवार के सदस्य हैं उन्होंने यह भी कहा कि समता ट्रस्ट के पास इतनी अकूत संपत्ति कहां से आई यह भी हिसाब नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद जी को देना होगा