कोरबा / कोरबा जिले के कटघोरा तहसील में आरोप लगाते हुए अधिवक्ताओ ने कहा की प्रदेश सरकार द्वारा चुनावी घोषणा करने के बाद अधिवक्ताओं के लिए किए गए वादों को पूरा नहीं किया गया है। जिसमें अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम, सामूहिक बीमा और मृत्यु दावा राशि में बढ़ोतरी का वादा किया गया था। अब सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए प्रदेश के सभी जिलों के अधिवक्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
इसी कड़ी में कटघोरा व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता संघ कलम बंद हड़ताल पर रहे। कटघोरा व्यवहार न्यायालय अधिवक्ता संघ के सचिव अमित सिन्हा ने बताया कि जिला एवं सत्र न्यायाधीश जिलाधीश कोरबा सहित कोरबा के सभी सिविल न्यायालय, व्यवहार न्यायालय, फैमिली कोर्ट, राजस्व न्यायालय, उपभोक्ता आयोग को इस संबंध में सूचना से अवगत करा दिया गया है। उच्च न्यायालय के अधिवक्ता संघ के निर्देश पर प्रदेश के 72 अधिवक्ता संघ ने कलम बन्द हड़ताल पर अपना समर्थन दिया है। जिले में करीब 2 हज़ार अधिवक्ता प्रैक्टिस कर रहे हैं जो एक दिन के लिए कलम बंद हड़ताल में रहते हुए काम नहीं किया। अधिवक्ता संघ ने प्रदेश के कांग्रेस सरकार के वादा खिलाफी का विरोध करते हुए नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
ये भी जानिए...................
अधिवक्ता संघ कटघोरा द्वारा कलम बन्द हड़ताल में प्रमुख रूप से अधिवक्ता संघ कटघोरा के अध्यक्ष सुनील वर्मा, सचिव अमित सिन्हा, कोषाध्यक्ष अब्दुल रहमान खान, पूर्व अधिवक्ता संघ अध्यक्ष सुधीर मिश्रा, संरक्षक पवन जायसवाल, बसंत गुप्ता, उपाध्यक्ष कुशवाहा राम कैवर्त, सहसचिव श्रीमती संतोषी गोस्वामी, पुस्तकालय प्रभारी मनोहर लाल यादव, कार्यकारिणी सदस्य सहारा परवीन बख्श, तीज राम चौकसे, सजंय जायसवाल, संतोष जायसवाल, माइकल किस्पोट्टा, रवि आहूजा, राजेश पाल, विवेक दुबे, भरत लाल पांडे व बड़ी संख्या में अधिवक्तागण उपस्थित रहे।