इसमें एशिया, मिडिल ईस्ट के देश सबसे आगे
नई दिल्ली । विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनियाभर में कोरोना के केस और वायरस से मौत का आंकड़ा बढऩे की पुष्टि की है। वल्र्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने इसके लिए सभी देशों से कोविड-19 से जुड़ा पूरा डेटा शेयर करने की अपील की है। डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस अधनोम घेब्रेसियस ने कहा- यूरोप में कोरोना की वजह से भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है, जबकि एशिया और मिडिल ईस्ट में मौत के आंकड़ों में इजाफा हुआ है।
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, केवल 43 देश ही कोविड से होने वाली मौत के आंकड़े साझा कर रहे हैं। वहीं सिर्फ 20 देश ऐसे हैं जो भर्ती हुए मरीजों से जुड़ी
जानकारी दे रहे हैं। संगठन ने बताया कि फिलहाल दुनिया में कोई भी एक वैरिएंट ऐसा नहीं है जो सबसे तेजी से फैल रहा हो। हालांकि, ईजी.5 ओमिक्रॉन बढ़ रहा है और बीए.2.86 सब-वैरिएंट के 11 देशों में केस मिले हैं।
अब कोरोना साथ ही रहेगा
घेब्रेसियस ने कहा- भर्ती हुए मरीजों और मौत का आंकड़ा इस बात का सबूत है कि कोरोना अब हमारे बीच में ही रहने वाला है और हमें इसका मुकाबला करने के लिए तैयार रहना होगा। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि नॉर्दर्न हेमिस्फियर में ठंड आ रही है। ऐसे में कोरोना के मामले बढ़ सकते हैं। इसी वजह से अस्पतालों में कोविड मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।
एरीस ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित
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करीब 1 महीने पहले डब्ल्यूएचओ ने ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट ईजी.5 या एरीस के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित किया था। जुलाई के मध्य में मिले कोरोना के मामलों में से 17 प्रतिशत केस इसी वैरिएंट के थे। ये जून की तुलना में 7.6 प्रतिशत ज्यादा थे। एरीस वैरिएंट का केस 31 जुलाई को ब्रिटेन में सामने आया था। इस वैरिएंट के सबसे ज्यादा मामले अमेरिका, चीन और ब्रिटेन में ही मिल रहे हैं।