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दबोह में जलविहार के लिए निकली सभी मंदिरों के भगवानो की शाही सबारी
- थाना परिसर में हुआ भगवान के डोलो का भव्य स्वागत
भिण्ड। सोमवार को नगर में एकादशी के पावन पर्व पर दबोह के आधा दर्जन मंदिरों से सभी इस्ट देवी देवताओं की शाही सबारी जलविहार के लिये निकाली गई। जिसमें सबसे पहले सभी मंदिरों के पुजारियों ने अपने अपने मंदिरों में विराजे देवी देवताओं के विमान(डोले) मुरली मनोहर मन्दिर(बुधौलिया भवन)पर एकत्रित हुए।इसके बाद वहां से सभी डोल एक साथ जलविहार के लिए नगर के प्रसिद्ध तालाब करधेन के लिए रवाना हुए। इस शोभायात्रा के आगे डीजे पर भक्ति के मधुर गीतो पर भक्तो को भक्ति में डूबकर नाचते हुए चल रही थे मुरली मनोहर मन्दिर से प्रारंभ हुई शोभायात्रा बस स्टैंड,कोंच तिराहा,सब्जी मंडी होती हुई करधेन तालाब पर पहुंची।जहां सभी देवी देवताओं को जलविहार कराया गया। इसके पश्चात सभी आराध्यों की सामूहिक महाआरती की गई ततपश्चात सभी को प्रसाद वितरण किया गया।तालाब पर थोड़ी देर रुकने के बाद सभी देवी देवताओं के डोल अपने अपने घर के लिए बापस चल दिये।जलविहार करके लोटे रहे भगवान का नगर बासियों ने अपने अपने प्रतिष्ठानों पर पूजा,अर्चना कर आरती उतारी ओर प्रसाद बांटा गया। वही दबोह थाना प्रभारी ने थाना परिसर में भगवान के डोलो का पूजा, अर्चना कर उनका भव्य स्वागत किया जलविहार के लिए निकले डोलो में मुरली मनोहर मन्दिर (कैलाश बुधौलिया), राम जानकी मंदिर(लालजी गोस्वामी)रामलला सरकार(जितेंद्र दुबे), लक्ष्मण सरकार(हरिओम लहरिया), राम जानकी मंदिर(गोपाल दीक्षित मंडी), राम सीता मन्दिर(वैकुंठ गोस्वामी) प्रमुख्य है। बता दे कि दबोह में 15 मन्दिर सरकारी के यहां रजिस्टर है जिन पर कई बीघा जमीन लगी हुई हैं। पर डोल ग्यास के दिन सिर्फ मात्र 06 ही मंदिरों के पुजारी ही अपने देवी देवताओं को जलविहार के लिए लेकर आते है।
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