वाशिंगटन । इजराइल और हमास आतंकियों के बीच छिड़ी जंग से दुनिया में हलचल मची हुई है। जहां अमेरिका ने इजराइल को समर्थन दिया है वहीं फिलिस्तीन नागरिक यूएस के विरोध में आ गए हैं। अमेरिका में रहने वाले फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका के राष्ट्रीय स्मारकों को तोड़ दिया है। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। इजराइल और हमास के बीच छिड़ी जंग के बीच अमेरिका के लिए शर्मनाक दिन है,
क्योंकि यहां फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने एंड्रयू जैक्सन की मूर्ति, द जनरल मार्क्विस डी लाफायेट की मूर्ति, बेंजामिन फ्रैंकलिन की मूर्ति सहित अमेरिका के राष्ट्रीय स्मारकों को तोड़ दिया है। वीडियो में दिख रहा है कि फिलिस्तीन समर्थक इन मूर्तियों के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। इन लोगों ने फलस्तीनी झंडे थामे फलस्तीन जीतेगा के नारे भी लगाए। इसके अलावा इन प्रदर्शनकारियों ने व्हाइट हाउस में भी सेंध लगाने की कोशिश की है। अमेरिका के अलावा फ्रांस की राजधानी पेरिस, जर्मनी की राजधानी बर्लिन और अन्य यूरोपीय शहरों में फलस्तीनी समर्थक हजारों लोगों में गाजा में इजराइली बमबारी रोकने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।

जानकार बता रहे हैं कि ये प्रदर्शन इजराइल-हमास युद्ध में हताहतों की बढ़ती संख्या और गहराते मानवीय संकट को लेकर यूरोप के खासकर उन देशों में बढ़ रहे असंतोष को दर्शाता है, जहां मुस्लिम आबादी अधिक है। मध्य लंदन में प्रदर्शनकारियों ने संघर्ष विराम अभी करो और ‘मुझे विश्वास है कि हम जीतेंगे जैसे नारे लगाते हुए सड़कों को अवरुद्ध कर दिया। इधर पेरिस में कुछ प्रदर्शनकारियों ने ‘गाजा में नरसंहार रोको के बैनर दिखाए और फलस्तीनी झंडे थामे कई लोगों ने ‘फलस्तीन जीवित रहेगा, फलस्तीन जीतेगा के नारे लगाए। कुछ प्रदर्शनकारियों ने ‘मैक्रों की मिलीभगत के नारे लगाते हुए फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों पर भी निशाना साधा।
ये भी जानिए..........
हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार इजराइल-हमास युद्ध में मारे गए फलस्तीनियों की संख्या बढ़कर 9,448 हो गई है। गाजा में 24,173 और वेस्ट बैंक में 2,200 फलस्तीनी घायल हुए है। जबकि इजराइल में 1,400 से अधिक लोगों की मौत हुई है। इनमें से अधिकतर लोगों की मौत सात अक्टूबर को हमास के शुरुआती हमले में ही हुई। इसी हमले के बाद से यह युद्ध शुरू हुआ है। इन हमलों में करीब 2,50,000 इजराइली और गाजा में 15 लाख से अधिक फलस्तीनी विस्थापित हुए हैं। इसके अलावा गाजा में कम से कम 241 लोगों को बंधक बनाया गया है।