- मतगणना के दौरान कानून व्यवस्था का जिम्मा संभालेंगे 80 कंपनियां

मतगणना के दौरान कानून व्यवस्था का जिम्मा संभालेंगे 80 कंपनियां


भोपाल । विधानसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए आयोग हर उपाय कर रहा है। स्ट्रांग रूम की तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बाद अब मतगणना के दिन के लिए आयोग ने कानून व्यवस्था बनाए रखने जिलों में अतिरिक्त कंपनियां और सुरक्षा जवान भेजे जाएंगे। मतगणना के दिन 80 एसएएफ की कंपनियां अलग-अलग जिलों में भेजी जाएंगी। इसके अलावा रिजर्व फोर्स को भी तैनात किया जाएगा। मतगणना के दिन शहरों में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को बनाए रखने के लिए ये जवान तैनात होंगे। मतगणना के दिन किसी प्रकार की घटना-दुर्घटना को ध्यान में रखते हुए फोर्स को जिलों में भेजा जाएगा।

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तीन दिसंबर को मतगणना के दिन बिना आईडी के किसी व्यक्ति को प्रवेश की पात्रता नहीं होगी। अधिकृत व्यक्ति ही काउंटिंग स्थल के आसपास आ जा सकेंगे। मतगणना स्थल के आसपास किसी भी प्रकार की भीड़ को एकत्रित होने की इजाजत नहीं होगी। सुरक्षाकर्मियों को मतगणना स्थल के आसपास असामाजिक तत्वों पर नजर रखने को कहा गया है। इसके अलावा शहर के प्रमुख बाजारों में भी कानून व्यवस्था को बनाए रखने भीड़ भाड़ वाली जगह पर जवान तैनात किए जाएंगे, ताकि किसी प्रकार की घटना या दुर्घटना को रोका जा सके।
स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में 30 कंपनियां तैनाआयोग ने प्रदेश के मुख्यालय स्तर पर रखी ईवीएम की सुरक्षा के लिए पहली लेयर में सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स की 30 कंपनियां तैनात की हैं, जिनके द्वारा 24 घंटे पहरा दिया जा रहा है। प्रदेश के बालाघाट, डिंडौरी, मंडला, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर जिलों में एक-एक कंपनी तैनात है। इसके अलावा भिंंड और मुरैना में भी एक-एक कंपनी को तैनात किया गया है। बाकी जिलों में आधी आधी कंपनी यानी 40-40 जवान तैनात किए गए हैं। इसके बाद दूसरी लेयर में प्रदेश की फोर्स तैनात है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जा रही है।

 

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