इन्दौर अन्नपूर्णा पुलिस की सजगता और सक्रियता से एक लाचार गरीब परिवार के तीन बच्चों के साथ जहां अज्ञात अनहोनी टल गई वहीं परिजनों की चिंता और डर मिटने के साथ उनकी ख़ुशी लौट आई। मामला बाहर से इन्दौर में आकर फुटपाथ पर खिलौने बेचकर जीवन यापन करने वाले एक परिवार के तीन बच्चों के गुम होने के बाद पुलिस द्वारा उन्हें ढूंढ निकालने का है। अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र में दशहरा मैदान रोड़ के फुटपाथ पर खिलौने बेचने वाले एक परिवार के एक साल से सात साल तक के तीन बच्चे खो गए थे जिनकी शिकायत पर तुरंत सक्रिय हुई पुलिस ने तीन घंटे में ही बच्चों को ढूंढ़ लिया । इन बच्चों की उम्र एक साल से लेकर सात साल तक थी इसलिए इनके अपहरण और कुछ अनहोनी की आशंका ज्यादा जताई जा रही थी। फुटपाथ पर खिलौने बेचने वाले आजाद सोलंकी ने अन्नपूर्णा थाना पहुंचकर पुलिस को सूचना दी कि उनके तीन बच्चे बहुत देर से नहीं मिल रहे है ।
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सूचना पर थाना प्रभारी देवेन्द्र मिश्रा ने तुरंत जवानों को आजाद सोलंकी से बच्चों के जाने के संभावित इलाके की तफ्तीश के बाद बाइक से भेजा और उन्होंने पूरे इलाके के अलग अलग क्षेत्रों में पूछताछ करते हुए तीन घंटे की मशक्कत के बाद बच्चों को ढूंढ़ लिया । पुलिस जवानों को ये तीनों बच्चे परेशान हालत में एक ठेले पर एक साथ बैठे हुए मिले । जवान जितेंद्र सोलंकी , राकेश विश्वकर्मा , ऋषि रावत ने इन तीनों बच्चों के फोटो अपने मोबाइल से लेकर तत्काल थाना इंचार्ज देवेन्द्र मिश्रा के पास भेजे और मिश्रा ने तुरंत यह फोटो माता - पिता को दिखाए और उन्होंने पहचान करते कहा कि यही बच्चे हैं । पुलिस ने बच्चों को माता पिता को सौंप दिया। माता पिता बच्चे मिलने के बाद नम आंखों से पुलिस को धन्यवाद देते बिदा हुए।