- बढ़ती महंगाई से ‎विद्या‎र्थियों की  ‎शिक्षा, पोषण जैसी बु‎नियादी जरुरतें प्रभा‎वित

बढ़ती महंगाई से ‎विद्या‎र्थियों की  ‎शिक्षा, पोषण जैसी बु‎नियादी जरुरतें प्रभा‎वित

  • - पेरेंटकाइन ‎रिपोर्ट में 2 लाख, 73 हजार अ‎भिभावक बच्चों को स्कूल भेजने में असमर्थ


  • लंदन। बढ़ती महंगाई ने ‎यूके के नाग‎रिकों का जीवन दूभर कर ‎दिया है। इसके चलते संभ्रान्त प‎रिवारों की आय में भी हो रही ‎गिरावट के कारण संतानों को आवश्यक ‎शिक्षा सु‎निश्चित कराने जैसी बु‎नियादी जरुरतें प्रभा‎वित हुई हैं। यूनाइटेड ‎किंग्डम की पेरेंटिंग चैरिटी संस्था पेरेंटकाइन के हाल ही के सर्वे ‎रिपोर्ट में बताया गया ‎कि देश में 5 से 11 साल की आयु के करीब 1 लाख ‎विद्या‎र्थियों आवश्यक पुस्तकें क्रय करने में असमर्थ हैं।

शिक्षा बजट पर खर्च की ज़मीनी हक़ीक़त क्या है? | न्यूज़क्लिक

सर्वे में 3067 इंगलैंड वासी अ‎भिभावकों में से 14 फीसदी ने बताया कि बच्चों की शिक्षा में बाधक तथ्यों की सरकार द्वारा उपेक्षा की जा रही है। सर्वे में बताया गया ‎कि गणवेश की कीमतें 50 फीसदी बढ़ने से यू.के. के 28 लाख ‎विद्यार्थी प्रभा‎वित हुए हैं।देश में स्कूलों द्वारा विद्या‎र्थियों के लगाए जाने वाले ट्रिप भी 44 फीसदी महंगे हो जाने से विद्या‎र्थियों का पोषण प्रभा‎वित हुआ है। ऐसे में 61 फीसदी अभिभावक यूनिफार्म की बढ़ती कीमतों से परेशान हैं जबकि स्कूल के ट्रिप पर होने वाले सहचर्चा से 52 फीसदी अभिभावक परेशान हैं।

शिक्षा बजट पर खर्च की ज़मीनी हक़ीक़त क्या है? | न्यूज़क्लिक

ये भी जानिए..................

- हूती विद्रोहियों ने इजरायल पर किया बैलिस्टिक मिसाइल से हमला

सर्वे में कहा गया है कि 25 फीसदी लोग महंगाई के कारण अपने बच्चों को स्कूल भेजने के मामले में संघर्ष कर रहे हैं। इनमें से करीब 2 लाख 73 हजार बच्चे ऐसे हैं, जिन्हें साल में महज दो बार स्कूल भेजा गया। 55 प्रतिशत अभिभावकों ने बताया कि वे अपने बच्चों को रोजाना ‎विद्यालय भेज रहे है, जबकि 38 फीसदी अभिभावक सप्ताह में एक बार वहीं 6 फीसदी  अभिभावक महीने में एक बार ही बच्चों को स्कूल भेजने में समर्थ हैं। 48 फीसदी अभिभावकों का मानना है कि उनके बच्चों का भ‎विष्य अच्छा होगा, जबकि 41 फीसदी अभिभावक आने वाले समय में बच्चों के बेहतर भ‎विष्य की अपेक्षा रखते हैं।पेरेंटकाइन सर्वे एजेंसी के सी.ई.ओ. और पूर्व अध्यापक जैसन एल्सम ने कहा कि सर्वे के  भयावह प‎रिणामों से देश के राजनीतिज्ञों को सचेत होना चाहिए। 

शिक्षा बजट पर खर्च की ज़मीनी हक़ीक़त क्या है? | न्यूज़क्लिक

Comments About This News :

खबरें और भी हैं...!

वीडियो

देश

इंफ़ोग्राफ़िक

दुनिया

Tag