नई दिल्ली । सर्च इंजन कंपनी ने दावा किया है कि गूगल का जेमिनी एआई इंसानों से भी बेहतर है। दुनिया की सबसे लोकप्रिय सर्च इंजन कंपनी गूगल ने लंबे इंतजार और टेस्टिंग के बाद आखिरकार अपना नेक्स्ट जेनरेशन एआई सिस्टम जेमिनी लॉन्च कर दिया है। गूगल पहले ही बार्ड एआई इस्तेमाल करने का विकल्प अपने यूजर्स को दे रहा है और अब जेमिनी के साथ ओपन एआई के लोकप्रिय जेनरेटिव एआई चैट जेपीटी को टक्कर मिल सकती है।
कंपनी का दावा है कि नया एआई कई मामलों में इंसानों से बेहतर है। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई की मानें तो जेमिनी एक कंपनी के तौर पर गूगल की ओर से किए गए सबसे बड़े इंजीनियरिंग और विज्ञान से जुड़े प्रोडक्ट्स में से एक है। उन्होंने कहा है कि गूगल करीब 8 साल से एआई पर काम कर रहा था और इस आधार पर सभी टेस्ट्स और सुधारों के साथ जेमिनी को तैयार किया गया है। खास बात यह है कि जमिनी को हाई-एंड डिवाइसेज से लेकर स्मार्टफोन्स तक में इस्तेमाल किया जा सकेगा।
कंपनी सीईओ ने बताया कि जेमनी एआई तीन मोड्स में काम करेगा, जिनकी लिस्ट में- अल्ट्रा, प्रो और नैनो मोड शामिल हैं। जेमिनी अल्ट्रा अपने एआई से जुड़े काम करने के लिए सबसे बड़े लार्ज लैंग्वेज मॉडल की मदद लेगा। प्रो मोड इसकी तुलना में छोटे एलएलएम और नेनो सबसे छोटे एलएलएम के साथ काम करेगा। इस तरह जेमिनी को कंप्यूटर्स और फोन्स में लोकली रन किया जा सकेगा। नए जेमिनी एआई के साथ गूगल की कोशिश अन्य एआई सिस्टम्स का विकल्प बनने की होगी और यह ओपन एआई के टूल चैट जीपीटी को सीधी टक्कर देगा। डीपमाइंड में निवेश के साथ गूगल उन शुरुआती कंपनियों में से है, जिन्होंने एआई पर काम शुरू किया था लेकिन बाद में चैटजीपीटी जैसे प्रोडक्ट्स लॉन्च होने के बाद गूगल पिछड़ता नजर आया।