हैदराबाद । रेवंत रेड्डी ने गुरुवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में मंच पर सोनिया गांधी, राहुल, प्रियंका गांधी वाड्रा, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन और आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी मौजूद रहे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री बनने से पहले ही रेड्डी ने बुलडोजर एक्शन की शुरुआत कर दी है। बुलडोजर की पहली कार्रवाई मुख्यमंत्री आवास पर ही हुई है। शपथ ग्रहण से पहले रेड्डी ने सीएम आवास के बाहर लगी फैंसिंग को उखाड़ फेंकने के आदेश दे दिए। सीएम हाऊस के बाहर लगी फैंसिंग की वजह से ट्रैफिक जाम होता था। इससे लोगों को परेशानी होती थी। मुख्यमंत्री कैंप ऑफिस एक किलेनुमा छवि पेश करता था, इस फेसिंग को तोड़कर रेवंत तेलंगाना में ‘प्रजाला’ सरकार का संदेश देना चाहते हैं।
बता दें कि रेवंत रेड्डी का नाम फाइनल होने से पहले तेलंगाना में सीएम पद की रेस में पूर्वी तेलंगाना कांग्रेस प्रमुख एन. उत्तम कुमार रेड्डी, पूर्व सीएलपी नेता भट्टी विक्रमार्क, पूर्व मंत्री कोमाटिरेड्डी वेंकेट रेड्डी, पूर्व डिप्टी सीएम दामोदर राजनरसिंह जैसे नाम शामिल थे। रेवंत रेड्डी गुरुवार को तेलंगाना राज्य के दूसरे मुख्यमंत्री बने. करीब एक दशक पहले तेलंगाना के नए राज्य के रूप में अस्तित्व में आने से लेकर अब तक भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) मुख्यमंत्री थे। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में बीआरएस को पराजित किया। पार्टी को 119 सदस्यीय विधानसभा में 64 सीटें मिलीं तब बीआरएस को 39 सीटों से संतोष करना पड़ा।