नई दिल्ली । बडी संख्या में नोट बरामदगी के बाद कांग्रेस ने भी धीरज साहू से किनारा कर लिया है। बता दें कि पार्टी के राज्य सभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू के परिसरों से बड़े पैमाने पर नकदी बारामद हुई है। इसके बाद कांग्रेस ने कहा कि उसका साहू के कारोबार से कोई लेना-देना नहीं है, तथा इस मामले पर उन्हें ही अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, सांसद धीरज साहू के व्यवसाय से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है।
सिर्फ़ वही बता सकते हैं और उन्हें यह स्पष्ट करना भी चाहिए कि कैसे आयकर अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर उनके ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में नकद बरामद किया जा रहा है। इस मामले में अधिकारियों ने बताया कि बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और उससे जुड़ी संस्थाओं के खिलाफ आयकर विभाग के छापे में अब तक भारी मात्रा में नकदी बरामद की गई है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि जब्त की गई रकम 290 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है जो किसी भी एजेंसी द्वारा एक ही अभियान में बरामद किए गए काले धन का अब तक का सबसे बड़ा भंडार है।
गौरतलब है कि यह नकदी ओडिशा और झारखंड में धीरज साहू से जुड़े कई ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान बरामद की गई थी। पड़ोसी राज्यों में साहू के परिसरों पर छापेमारी बुधवार को शुरू हुई थी। इस मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने झारखंड कांग्रेस से रिपोर्ट मांगी है। इस मामले के बाद कांग्रेस पूरी तरह से बैकफुट पर नजर आ रही है। जयराम रमेश के बयान के बाद अब कांग्रेस इस पूरे प्रकरण से अपने को बचाने की कोशिश में जुट गई है। हालांकि इतनी भारी रकम बरामद होने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जिसमें अलमारियों में नोटों के बंडल भरे पड़े हैं। नीचे रखे बैग्स भी नोटों से भरे दिख रहे हैं।