नई दिल्ली। बीसीसीआई की निगाह इस समय आईसीसी टॉफी पर लगी हुई हैं। शायद यही वजह है कि वर्ल्ड कप हारने के बावजूद भी टीम में राहुल द्रविड़ की भूमिका मुख्य कोच के रुप में बनी हुई है। भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने घर पर आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप में जिस तरह का खेल दिखाया उसने हर किसी के अंदर यही उम्मीद जगाई थी कि टीम ट्रॉफी जीतेगी। लगातार 10 मैच जीतने के बाद टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में हार मिली।
टूर्नामेंट के साथ भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का कार्यकाल खत्म हो गया था लेकिन बीसीसीआई ने उनके करार को आगे बढ़ाने का फैसला लिया। जबकि उस समय खबरे सामने आई थी कि अब टीम इंडिया और द्रविड़ की राह अलग हो जाएगी लेकिन बीसीसीआई ने उनको टीम के साथ बनाए रखने का निर्णय लिया। जानकार बता रहे हैं कि राहुल द्रविड़ को भारतीय टीम का मुख्य कोच बनाए रखने के पीछे बीसीसीआई की मंशा सिर्फ और सिर्फ आईसीसी ट्रॉफी जीतना है। जिस तरह की टीम इस मास्टर माइंड ने तैयार की उसकी तारीफ हर कोई कर रहा है।
हालांकि वनडे वर्ल्ड कप से पहले तमाम सीरीज में प्रयोग करने पर उनकी आलोचना हुई थी लेकिन जब भारत ने अपने घर पर हर टीम के खिलाफ आक्रामक खेल दिखाते हुए उसे रौंदा तो सब खामोश हो गए। अगले साल अमेरिका और वेस्टइंडीज की मेजबानी में होने वाले टी20 विश्व कप द्रविड़ का अगला मिशन है। अंडर 19 टीम की कोचिंग करते हुए कोच राहुल द्रविड़ ने आईसीसी ट्रॉफी जीती है। पहली बार के प्रयास में ईशान किशन की कप्तानी वाली टीम फाइनल में पहुंचकर इसे हासिल करने से चूकी थी। इसके बाद पृथ्वी शाह की कप्तानी वाली टीम को द्रविड़ ने अपनी कोचिंग में चैंपियन बनाया था।
बता दें कि रोहित शर्मा की कप्तानी में पिछले टी20 विश्व कप और फिर वनडे वर्ल्ड कप में हार मिली थी। इसके बाद दूसरे मौके पर कोच उन कमियों को दूर करके ही मैदान में उतरेंगे। टी20 विश्व कप 2024 के लिए तैयारी की शुरुआत साउथ अफ्रीका टी20 सीरीज से होने जा रही है। राहुल द्रविड़ ने वनडे में जैसी आक्रामक टीम तैयार की है उससे भी ज्यादा खूंखार बल्लेबाजी क्रम वाले बल्लेबाजों को तैयार कर रहे हैं। इसमें यशस्वी जायसवाल, रिंकू सिंह और जितेश शर्मा को लगातार मौका दिया जाना उनकी रणनीति का हिस्सा है।