नई दिल्ली । चिंटेल्स पैराडिसो के पांच टावरों को ध्वस्त किए जाने से तीन हजार डंपर से अधिक मलबा निकलेगा। मलबे की वजह से आसपास प्रदूषण का स्तर न बढ़े इसके लिए ऊपर से पानी का छिड़काव कुछ-कुछ समय के अंतराल पर करना होगा। डंपरों को ऊपर से ढककर सीएंडडी वेस्ट प्लांट तक मलबा पहुंचाना होगा। इससे रास्ते में मलबे की वजह से प्रदूषण का स्तर नहीं बढ़ेगा।
इस बारे में तोड़फोड़ करने वाली एजेंसी एडिफिस ने बिल्डर को अपनी रिपोर्ट दी है। टावरों को ब्लास्ट करने की बजाय मशीनों से तोड़ा जाएगा, इस बारे में एजेंसी पहले ही रिपोर्ट दे चुकी है। पहले यही लग रहा था कि नोएडा के ट्विन टावर की तरह चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी के पांच टावर ध्वस्त किए जाएंगे। एजेंसी का कहना है कि आसपास कई टावर हैं।