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जो लंबे समय से अमेरिका के नेतृत्व वाले इस सैन्य संगठन के विस्तार का कड़ा विरोध करते रहे हैं। पुतिन ने इससे पहले कहा था कि यूक्रेन को नाटो में शामिल होने से रोकने के लिए उन्होंने विशेष सैन्य अभियान शुरू किया है। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि वे पश्चिमी देश फिनलैंड को अपने साथ मिला लिए और उसे नाटो में शामिल कर लिया। उन्होंने फिनलैंड पर कहा, इसमें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन अब वहां हो सकती है। क्योंकि अब हम लेनिनग्राड मिलिट्री डिस्ट्रिक का निर्माण करेंगे। निश्चित रूप से वहां पर सैन्य यूनिटों की तैनाती की जाएगी।
पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति के उस बयान को भी सिरे से खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पुतिन ने यूक्रेन पर कब्जा कर लिया तो वह आगे बढ़ना जारी रखेंगे। इस पर बाइडन ने सुझाव दिया था कि रूस एक नाटो सहयोगी देश पर हमला कर सकता है और अमेरिकी सैनिकों को भी जंग में आगे कर सकता है। बाइडन के बयान पर पुतिन ने कहा कि रूस के पास कोई कारण नहीं है, कोई हित नहीं है, न ही भूराजनीतिक न ही आर्थिक, न ही राजनीतिक या सैन्य कारण है, जिसकी वजह से नाटो देशों के साथ युद्ध किया जाए। बता दें कि फिनलैंड नाटो का 31वां सदस्य देश बन गया है। गत अप्रैल महीने में फिनलैंड नाटो में शामिल हुआ था। इससे अब उत्तरी यूरोप की तरफ से भी नाटो की सीमा रूस से मिलने लगी है। 
 
                     
                   
                         
                        