वाशिंगटन। लाल सागर में जहाजों पर हो रहे हमलों से निपटने के लिए अमेरिका सहित कई अन्य देश नए अंतरराष्ट्रीय मिशन की तैयारी में जुट गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार ये देश लाल सागर से गुजरने वाले उन जहाजों की सुरक्षा के लिए एक नयी सेना तैयार कर रहे हैं, जिन पर यमन के हूती नियंत्रित क्षेत्रों से दागे गए ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला हुआ है। रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने बहरीन में मंगलवार को इसकी घोषणा की। हमले की गंभीरता को देखते हुए कई शिपिंग कंपनियों को अपने जहाजों को रुकने और बाब अल-मंडेब जलडमरूमध्य में तब तक प्रवशे न करने का आदेश दिया है। हालांकि यह तब तक है जब तक कि सुरक्षा स्थिति का समाधान नहीं हो जाता है। गौरतलब है कि हाल के दिनों में इस क्षेत्र में कई पोतों पर हमला हुआ है। रक्षा सचिव लॉयड ने एक बयान में कहा कि यह एक अंतरराष्ट्रीय चुनौती है, जो सामूहिक कार्रवाई की मांग करती है।
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ऑस्टिन ने घोषणा की कि ब्रिटेन, बहरीन, कनाडा, फ्रांस, इटली, नीदरलैंड, नॉर्वे, सेशेल्स और स्पेन नए मिशन में शामिल होंगे। कुछ देश संयुक्त गश्त करेंगे जबकि अन्य दक्षिणी लाल सागर और अदन की खाड़ी में खुफिया सहायता प्रदान करेंगे। एक रक्षा अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि कई अन्य देश भी इस अभियान में शामिल होने के लिए सहमत हुए हैं, लेकिन वो सार्वजनिक रूप से इसकी घोषणा नहीं करना चाहते हैं। इस अंतरराष्ट्रीय मिशन का समन्वय पहले से मौजूद संयुक्त टास्क फोर्स 153 द्वारा किया जाएगा। जिसे अप्रैल 2022 में लाल सागर, बाब अल-मंडेब और अदन की खाड़ी में समुद्री सुरक्षा में सुधार के लिए बनाया गया था।