नई दिल्ली। एक शख्स ने बिना पैराशूट के प्लेन से कूदकर अपनी ही मौत को कैमरे पर रिकॉर्ड कर लिया। हालांकि ये मौत बेहद दर्दनाक थी। जानकारी के अनुसार पेशे से स्काइडाइवर की मौत प्लेन से कूदने की वजह से हुई, हालांकि वो एक सबसे जरूरी चीज पैराशूट लेना ही भूल गया था। शख्स का नाम इवान मैकगायर बताया जा रहा है। घटना अप्रैल 1988 की है। इवान जमीन से 10,000 फीट की ऊंचाई पर पैराशूट लैसन को कैमरे पर रिकॉर्ड करने के लिए काफी उत्साहित थे। ये उनकी दिन की तीसरी छलांग थी। वो अमेरिका के उत्तरी कैरोलीना के फ्रैंकलिन काउंटी स्पोर्ट्स पैराशूट सेंटर में थे।
35 साल के इवान ने प्लेन से छलांग लगाई। लेकिन उन्हें कूदने के बाद याद आया कि वो पैराशूट लेना ही भूल गए हैं। उस वक्त वो कैमरे पर सब रिकॉर्ड कर रहे थे। इस हादसे से पहले इवान ने 800 बार सफलतापूर्वक स्कायडाइविंग की थी। उन्हें पहले लगा कि वो पैराशूट लेकर आए हैं। लेकिन जब पता चला कि भूल गए हैं, तो काफी डर गए। धरती के करीब आते आते उनके मुंह से निकले आखिरी शब्द थे- हे भगवान, नहीं। बाद में उनका शव उस एयर फील्ड से लगभग डेढ़ मील दूर जंगल में पाया गया, जहां से उन्होंने उड़ान भरी थी। इसके बाद मामले की जांच शुरू हुई।
पायलट मार्क लुमैन से पूछा गया कि क्या उन्होंने इवान का पैराशूट चेक किया था। एफएए इंस्पेक्टर वाल्टर बिग्सबी ने कहा, ऐसा नियम है कि जब तक पायलट पैराशूट चेक न करे, कोई छलांग नहीं लगा सकता। पैराशूट सेंटर के मालिक की पत्नी नैंसी फयार्ड ने कहा, किसी को इस बारे में पता नहीं था कि वो प्लेन से बिना पैराशूट के कूदे हैं। बेशक किसी को नहीं पता था। अगर पता होता तो वो उन्हें रोकता। हालांकि जांच में पता चला कि कोई साजिश नहीं रची गई। न ही ये मामला आत्महत्या का है। इसे दुर्घटना से हुई मौत करार दिया गया। ऐसा माना गया कि इवान ने कैमरा इक्विपमेंट को पैराशूट समझकर पकड़ लिया और प्लेन से कूद गए। क्योंकि दोनों का वजन लगभग बराबर ही था। इस घटना को आज तक कोई भूल नहीं पाया है।