शिवसेना (UBT) के मुखपत्र 'सामना' में फडणवीस सरकार के 8 मंत्रियों की बर्खास्तगी की आशंका जताई गई है। खराब प्रदर्शन और विवादों के चलते बदलाव संभव, सुधीर मुनगंटीवार को मिल सकता है मौका
महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचल मची हुई है। शिवसेना (UBT) के मुखपत्र 'सामना' में महागठबंधन सरकार में बड़े फेरबदल की आशंका जताई गई है। सामना में दावा किया गया है कि सरकार के आठ मंत्री जल्द ही बदले जा सकते हैं। यह दावा ऐसे समय में आया है जब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के 100 दिनों के कामकाज की समीक्षा चल रही है और कई मंत्रियों का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं माना जा रहा है।
कार्यशैली पर उठे सवाल, प्रदर्शन बना वजह
'सामना' में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ मंत्री पुराने विवादों से घिरे हैं, तो कुछ की कार्यशैली को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं। मंत्रियों की निष्क्रियता और खराब प्रदर्शन के कारण पार्टी और गठबंधन की छवि पर असर पड़ रहा है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री की टीम में बड़ा बदलाव संभव है।
'हिट लिस्ट' में 8 नाम
सामना द्वारा जारी 'हिट लिस्ट' में शामिल 8 मंत्रियों के नाम हैं: माणिकराव कोकाटे, संजय शिरसाट, योगेश कदम, नरहरि ज़िरवाल, नितेश राणे, जयकुमार गोरे, भरत गोगावले और दादा भुसे। इनमें से कुछ नेताओं पर व्यक्तिगत विवाद, ज़मीन घोटाले और प्रशासनिक लापरवाही के आरोप लगे हैं, जबकि कुछ का जनता से जुड़ाव और क्षेत्रीय कामकाज बेहद कमज़ोर है।
इस बीच, ऐसी भी अटकलें हैं कि सुधीर मुनगंटीवार को फिर से कैबिनेट में मौका दिया जा सकता है। वे पूर्व में वन मंत्री रह चुके हैं और उनके पास प्रशासनिक अनुभव के साथ-साथ संगठनात्मक पकड़ भी है।
राजनीतिक संकेत या रणनीतिक दबाव?
शिवसेना (यूबीटी) ने यह मुद्दा ऐसे समय उठाया है जब मराठी-हिंदी को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। इसे लेकर सवाल उठ रहा है कि क्या सामना की यह रिपोर्ट राजनीतिक दबाव की रणनीति है या वाकई सरकार के भीतर कोई बड़ा फेरबदल होने वाला है।