नई दिल्ली । देश की राजधानी दिल्ली का दिन कनॉट प्लेस में कार के हॉर्न बजाने को लेकर हुई बहस के बाद करीब दो दर्जन लोगों ने महिलाओं समेत एक परिवार की पिटाई कर दी। इस घटना की दिल्ली पुलिस से पीड़ित और शाहदरा निवासी अधिवक्ता सिद्धार्थ कौशिक ने की है। अधिवक्ता कौशिक के मुताबिक उनकी कार के हॉर्न बजने के बाद रोहित नामक शख्स मारपीट पर उतारू हो गया। उसने अपने लोगों के साथ मिलकर गाली गलौज की बल्कि छोटे भाई पर हमला बोल दिया। इस घटना में मेरा छोटा भाई घायल हो गया। पीड़ित अधिवक्ता के मुताबिक 22 दिसंबर की रात करीब 11 बजे कौशिक और उनका परिवार कनॉट प्लेस से निकल रहे थे, तभी उनकी कार के हॉर्न बजाने को लेकर रोहित नाम के शख्स से बहस हो गई।
स्थिति को शांत करने के कौशिक के प्रयासों के बावजूद, रोहित लड़ने लगा। उसने गालीगलौज की और कौशिक के छोटे भाइयों पर हमला किया। इस स्थिति ने तब और गंभीर मोड़ ले लिया, जब रोहित ने ओडियन पानवाला से और लोगों को बुलवाया। इस पर डंडों और छड़ों से लैस 15 से 20 लोग वहां पहुंचे और महिलाओं सहित कौशिक के परिवार पर हमला कर दिया। जब कौशिक की बहन ने अपने भाई को बचाने के लिए हस्तक्षेप किया, तब भी हमला जारी रहा। लोकल थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक जब मेरा भाई गिर गया और हमलावर उसे लाठियों से पीट रहे थे, तो मेरी बहन ने उसे बचाने के लिए हस्तक्षेप किया और मेरे भाई के ऊपर लेट गई।
फिर भी हमलावर नहीं रुके और उन दोनों को पीटना जारी रखा। उन्होंने मेरी बहन का कॉलर पकड़ लिया और गालियां दीं। अधिवक्ता सिद्धार्थ कौशिक का चचेरा भाई पुलिस को बुलाने के लिए भागा, लेकिन एक कार में 3 से 4 हमलावरों ने उसका पीछा किया और अपहरण करने की कोशिश की। सौभाग्य से वह भागने में सफल रहा और एक ऑटो में छिप गया। इस बीच, कौशिक ने पुलिस को फोन करने का प्रयास किया, लेकिन हमलावरों ने उसे छीन लिया, तोड़ दिया और लाठी-डंडों से उसे पीटते रहे, इससे उसकी नाक टूट गई। फिलहाल कौशिक की शिकायत के आधार पर कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने तहकीकात शुरू कर दी है।