नई दिल्ली । वंदे भारत ट्रेन के बाद जल्द ही गैर वातानुकूलित अमृत भारत ट्रेन पटरी पर उतरने वाली है। यह दरभंगा से अयोध्या होकर आनंद विहार टर्मिनल के बीच चलेगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर इसके रेक का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि पुल-पुल तकनीक से बनी इन ट्रेनों को जल्द ही प्रधानमंत्री हरी झंडी दिखाएंगे। इसमें यात्रियों की सुरक्षा व आराम का पूरा ध्यान रखा गया है। देश में चलने वाली लगभग 20 ट्रेनों के उन्नयन का काम चल रहा है। पुश-पुल तकनीक वाली ट्रेन में दो इंजन होते हैं।
आगे का इंजन ट्रेन को खींचने का काम करता है। पीछे का इंजन ट्रेन को धक्का देता है, जिससे कि इसकी गति बढ़ सके। रेल मंत्री ने कहा कि सामान्य ट्रेन को रोकने और चलाने के बाद गति पकड़ने में समय लगता है। इस तकनीक पर आधारित ट्रेन जल्द गति पकड़ने के साथ इसे कम समय में रूक जाती है। इसमें यात्रियों को झटके नहीं लगेंगे। यह ज्यादा सुरक्षित है। शौचालय में बदलाव किया गया है जिससे कि पानी की बर्बादी न हो। गैर वातानुकूलित ट्रेन के नीचे व ऊपर दोनों बर्थ पर कुशन लगाया गया है। प्रत्येक सीट पर चार्जिंग प्वाइंट उपलब्ध है। दिव्यांगजनों का ध्यान रखते हुए कोच में व्हील चेयर चढ़ाने के लिए रैंप की व्यवस्था होगी। शौचालय के दरवाजे भी बड़े हैं। इंजन में लोको पायलट की सुविधा का ध्यान रखा गया है। सुरक्षा के लिए कवच से सुसज्जित है। बताते हैं कि 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री इस ट्रेन को रवाना करेंगे।
यह ट्रेन अधिकतम 130 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलेगी। इसमें कुल 22 कोच लगाए जाएंगे, जिसमें 12 शयनयान श्रेणी व आठ सामान्य श्रेणी कोच के साथ दो गार्ड कोच होंगे। एक गार्ड कोच में महिलाओं के लिए और दूसरे दिव्यांगजनों के लिए सीट होगी। रेल मंत्री ने कहा कि आने वाले समय में सभी राज्यों में अमृत भारत ट्रेन चलाने की तैयारी है। प्रत्येक माह 20 से 30 ट्रेन तैयार होंगी। इस ट्रेन का परीक्षण सफल रहा है। पटरी पर उतरने के बाद अगले पांच माह तक इसकी तकनीकी पहलुओं की विशेष निगरानी की जाएगी, जिससे कि जरूरत के अनुसार उसमें सुधार हो सके।