सीबीआई की जांच में 60 लोगों के खिलाफ चालान पेश किया गया है। इसमें 23 लड़कियां और 16 लड़के शामिल हैं। इसके साथ ही आरोपियों में कॉलेज प्रबंधन के पदाधिकारी और दलाल भी शामिल है।कानूनी दांव पेंच का लोचापीएमटी कांड के दो बड़े मामले भी विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट के यहां लंबित है। इन दोनों केश की सीबीआई की जांच नहीं हुई थी। जिसके कारण कानूनी दांवपेंच में मामला आगे चलाने में परेशानी हो रही है।कुछ आरोपी दोनों ही केस में शामिल हैं।जिसके कारण भी आरोप तय करने में मुश्किल आ रही है।
जिन केसों में आरोपी ज्यादा है। वह एक बार में उपस्थित नहीं होते हैं। हर बार कोई ना कोई आरोपी आवेदन लगा देता है, और पेशी बढ़ जाती है।सीबीआई ने अदालत में चालान सीडी में प्रस्तुत किया है। इसकी हार्ड कॉपी अभी तक आरोपियों को नहीं दी गई है।इसके कारण भी आरोप लगने में विलंब हो रहा है।आरोपियों द्वारा पीएमटी कांड और व्यापम की जांच के दो अलग-अलग मामले होने के कारण, जानबूझकर विलंब कराया जा रहा है।अभियोजन पक्ष भी चुपचाप तमाशा देख रहा है। यह मामला जल्दी शुरू हो, इसके लिए अभियोजन पक्ष की भी मिली भगत एक तरह से उजागर हो रही है।