इन्दौर/ वरिष्ठ भाजपा नेता, भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव और मध्यप्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का गौतमपुरा के बाद कब देपालपुर में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुतला फूंका। ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र देपालपुर के नाराज भाजपा कार्यकर्ता कैलाश विजयवर्गीय के प्रति लगातार इस तरह प्रदर्शन करते हुए उनका विरोध कर रहे हैं। बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय के प्रति भाजपा कार्यकर्ताओं का यह गुस्सा उस वक्त फूट पड़ा जब इन्दौर में भाजपा कार्यालय पर विधानसभा चुनाव में भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसमें भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव और मध्यप्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने देपालपुर के निर्वाचित भाजपा विधायक के प्रति एक टिप्पणी कर दी।
उस टिप्पणी से गुस्साए देपालपुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता तभी से लगातार कैलाश विजयवर्गीय से माफी मांगने की बात करते उनसे अपने शब्द वापस लेने की मांग करते उनके खिलाफ नारेबाजी करते इस तरह से प्रदर्शन कर रहे हैं। दो दिन पूर्व देपालपुर विधानसभा क्षेत्र के गौतमपुरा में कैलाश विजयवर्गीय का पुतला वहां के भाजपा कार्यकर्ताओं ने जलाया था तो अब देपालपुर के भाजपा कार्यकर्ताओं ने कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनका पुतला जला उनके प्रति विरोध जताया।
ज्ञात हो कि इन्होंने भाजपा कार्यालय पर पिछले दिनों आयोजित विधायक सम्मान समारोह में जब इन्दौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक एक से निर्वाचित विधायक कैलाश विजयवर्गीय संबोधित कर रहे थे उसी समय देपालपुर विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचित विधायक मनोज पटेल का आना हुआ तब कैलाश विजयवर्गीय ने अपने भाषण में कहा कि इस बार का विधानसभा चुनाव काफी टफ था लेकिन जिस तरह से परिणाम आए उससे मनोज पटेल जैसे लोग भी जीत गए । कैलाश विजयवर्गीय की इस बात को लेकर देपालपुर भाजपा कार्यकर्ता नाराज हो गए उनका कहना है
कि विजयवर्गीय को ऐसी टिप्पणी करना शोभा नहीं देता है। वे इतने बड़े राष्ट्रीय स्तर के नेता हैं और मनोज पटेल भी दूसरी बार बीजेपी से देपालपुर से ही चुनकर विधायक बने हैं। कैलाश विजयवर्गीय को अपनी इस टिप्पणी के बारे में स्पष्ट करना चाहिए कि वे क्या कहना चाहते हैं इस टिप्पणी से उनका आशय क्या है। कैलाश विजयवर्गीय ने जिस तरह से बात का उल्लेख किया है उसके चलते ग्रामीण क्षेत्र के कार्यकर्ता काफी आहत है। उनका कहना है कि कैलाश विजयवर्गीय को अपनी इस बात को लेकर माफी मांगना चाहिए नहीं तो अभी तो नारेबाजी और पुतला जला विरोध प्रदर्शन विधानसभा क्षेत्र में ही शुरू हुआ है जल्द ही वे इस पूरे मामले को लेकर संगठन से मिल कैलाश विजयवर्गीय की शिकायत भी करेंगे।