- खुशियों की दास्तां प्रीति बोलीं मेरा घर तरक्की की खुशबू से महकने लगा है….

ग्वालियर | पहले हम हाथ से अगरबत्ती बनाने का काम करते थे। इसमें समय ज्यादा लगता और बचत कम होती। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की गारंटी ने मुझे श्रमिक से उद्यमी बना दिया है। सरकार ने मुझे अगरबत्ती बनाने की इलेक्ट्रोनिक मशीन शतप्रतिशत अनुदान पर दी है, जिससे हमने अपने घर पर अगरबत्ती निर्माण का लघु उद्यम स्थापित कर लिया है। यह कहना है ग्वालियर जिले की डबरा तहसील के ग्राम मिलघन की निवासी श्रीमती प्रीति चौहान का । प्रीति बताती हैं कि मेरे पति रंजीत सिंह चौहान राजमिस्त्री (मकान कारीगर) का काम करते हैं। पहले उन्हीं की कमाई से घर का खर्चा चलता था। वे बताती हैं कि जब मेरी बिटिया सातवीं कक्षा और बेटा तीसरी कक्षा में पहुँचा तब घर का खर्चा कम पड़ने लगा। खर्चे बढ़े तो मैंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से मिली मदद की बदौलत मैंने घर पर हाथ से अगरबत्ती बनाने का काम शुरू किया। इससे मुझे औसतन 100 रूपए रोज के हिसाब से आमदनी होने लगी। पर इस आमदनी से भी घर के खर्चे पूरे नहीं हो पा रहे थे। प्रीति बताती हैं कि ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित रानी लक्ष्मीबाई स्व-सहायता समूह से जुड़े होने की वजह से न केवल मुझे बार-बार मदद मिली, बल्कि उद्यम शुरू करने के लिये मार्गदर्शन भी मिला। एक दिन समूह की बैठक में मुझे बताया गया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने योजनाओं के माध्यम से सभी को अपने सपने पूरे करने की गारंटी दी है। मैंने समूह में मौजूद आजीविका मिशन के विकासखंड प्रबंधक से पूछा कि इस गारंटी से मुझे अगरबत्ती लघु उद्योग स्थापित करने के लिये कैसे मदद मिल सकती है। तब उन्होंने बताया कि आपको खादी ग्रामोद्योग विकास योजना के तहत शतप्रतिशत अनुदान पर बड़े पैमाने पर अगरबत्ती निर्माण के लिए इलेक्ट्रोनिक मशीन मिल सकती है। अपनी सफलता की दास्तां सुनाते हुए प्रीति बोलीं कि यहीं से हमारे भाग्य खुल गए। मैंने आजीविका मिशन के सहयोग से अपना फॉर्म भर दिया। खादी ग्रामोद्योग आयोग की योजना के तहत मेरा आवेदन मंजूर हुआ और मुझे 84 हजार रूपए लागत की इलेक्ट्रोनिक मशीन शतप्रतिशत अनुदान पर मिल गई है। वे कहती हैं कि अब मुझे कम से कम 500 रूपए प्रतिदिन की आमदनी होगी, जो उत्पादन के आधार पर बढ़ती जायेगी। प्रीति बताती हैं कि खादी ग्रामोद्योग विकास योजना के तहत मुझे व्यवसायिक स्तर पर अगरबत्ती का मसाला तैयार करने व उच्च गुणवत्ता की अगरबत्ती निर्माण करने का प्रशिक्षण दिलाया गया है। साथ ही यह भी बताया गया है कि आपके द्वारा बनाई गईं अगरबत्तियाँ कहाँ पर अच्छे दाम में बिक जायेंगीं। प्रीति बोलीं कि मेरे द्वारा निर्मित अगरबत्तियाँ जहाँ औरों का घर महका रही हैं वहीं तरक्की की खुशबू से हमारा घर महकने लगा है। वे इसके लिये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को धन्यवाद देते हुए नहीं थकतीं ।

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