- राज्यपाल आंनदी बेन पटेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी झूरी बिन्द के प्रतिमा का किया अनावरण

राज्यपाल आंनदी बेन पटेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी झूरी बिन्द के प्रतिमा का किया अनावरण

मिर्जापुर । प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल ने भटौली मार्ग के दो-मुहिया तिराहे पर जनपद के महान स्वतंत्रा संग्राम सेनानी शहीद झूरी बिन्द के प्रतिमा का अनावरण किया। राज्यपाल के राजकीय पालीटेक्निक परिसर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में पहुंचकर विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के विभिन्न श्रेणी के 400 लाभार्थियो को टूल वितरण कार्यक्रम में प्रतीकात्मक रूप से 5 लाभार्थियो को राज्यपाल के कर कमलो द्वारा टूल वितरण प्रदान किया गया। आयोजित कार्यक्रम के तहत 125 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियो को आंगनबाड़ी किट, क्षय रोग उन्मूलन के तहत गोद लिये जाने वाले 151 क्षय रोगियो को पोषण की पोटली, लगभग 100 से अधिक स्वंय सहायक समूह में उत्.ष्ठ कार्य करने वाली महिलाओं को अनुप्रिया पटेल फाउंडेशन की तरफ से साइकिल वितरण तथा हाईस्कूल व इण्टरमीडियट में जनपद में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओ को अनुप्रिया पटेल फाउंडेशन की तरफ से साइकिल वितरण, प्राथमिक विद्यालयो के 10 दिव्यांग बच्चों को लो विजन किट का वितरण गया। उपस्थित जन समूह को सम्बोधित करते हुये राज्यपाल ने कहा कि आप सभी के बीच में आकर हमे अपार खुशी होती हैं। स्वतंत्रता आन्दोलन में जिसने अपना सर्वस जीवन बबार्द कर दिया ऐसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी झूरी बिन्द की जी के भव्य व सुन्दर प्रतिमा को एक चौराहे पर अनावरण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होने कहा कि आजादी के आन्दोलन में ऐसे कई वीर शहीद हुये व कई जेल गये तथा जीवन भर जेल में ही रहें। उन्होने अण्डमान निकोबार के जेल में रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का जिक्र करते हुये कहा कि वे इस जेल में अनेक कठिनाईयों का सामना करते हुये जीते रहे और जेल से ही आजादी आन्दोलन में हिस्सा लेते रहें। उन्होने कहा कि कोई एक समाज के द्वारा भारत की आजादी नही मिली बल्कि सभी समाज के लोगो ने हिस्सा लेकर देश को आजाद कराया है चाहे वे पहाड़ियों में रहे हो चाहे जंगल के क्षेत्र में रहे हो सभी क्षेत्रो के रहने वाले लोग एकजुट होकर भारत की आजादी के लिये कार्य करते थे इन्ही सब के प्रयासो से आज हम सब आजाद भारत में जी रहे हैं। उन्होने कहा कि हम सभी कर्तव्य बनता है आजादी तो हमे मिली लेकिन उनके जो सपने थे हमारे स्वतंत्रता वीरो का कि भारत विकास की तरफ बढ़े, सभ्य समाज की तरफ जाए देश शिक्षित हो। उन्होने बेटियो की शिक्षा पर बल देते हुये कहा कि प्राय: देखने में आता है कि लड़कियो को अधिंकाश सरकारी स्कूलो में तथा बेटो को प्राईवेट कांवेट स्कूलो में भेजा जाता है किन्तु यही सरकारी स्कूल के बच्चे जब इण्टर कालेज व विश्वविद्यालय में पहुंचते है तो वहां पर सरकारी स्कूल बच्चों को जब गोल्ड मेडलिस्ट की श्रेणी में सम्मानित किया जाता है तो उनमें से 80 प्रतिशत गोल्डमेडलिस्ट लड़किया ही होती हैं। राज्यपाल जब लड़कियांध्महिलाए आत्मनिर्भर होगी, शिक्षित होगी, स्वस्थ्य होगी तभी भारत विकसित होगा। उन्होने आंगनबाड़ी केन्द्रो को सशक्त बनाने पर बल देते हुये कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां आज बच्चों को प्राथमिक शिक्षा प्रदान करने के साथ ही अनेक क्षेत्रो में कार्य कर रही हैं। आंगनबाड़ी के बच्चों को स्वास्थ्य व शिक्षा के विकास के लिये प्रयास करने की आवश्यकता है क्योकि यही आंगनबाड़ी व प्राइमरी स्कूल के बच्चें आगे 25 वर्षो के बाद भारत को पूर्ण रूप से विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। कार्यक्रम में केन्द्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल, सांसद राज्यसभा रामसकल व प्रदेश के कैबिनेकट मंत्री आशीष पटेल ने भी अपने उद्बोधन से राज्यपाल का स्वागत व अभिनन्द किया। इस अवसर पर सदस्य विधान परिषद श्याम नरायण सिंह उर्फ विनीत सिंह, अध्यक्ष जिला पंचायत राजू कनौजिया, विधायक मड़िहान रमाशंकर पटेल, विधायक मझवा डॉ विनोद बिन्द, मण्डलायुक्त डॉ0 मुथुकुमार स्वामी बी0, उप पुलिस महानिरीक्षक आर0पी0 सिंह, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन, मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, अपर जिलाधिकारी वि0ध्रा0 शिव प्रताप शुक्ल, मुख्य राजस्व अधिकारी सत्य प्रकाश सिंह उपस्थित रहें।

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