- ASTEROID ALERT: बाल-बाल बची पृथ्वी! 2:15 बजे गुजरा क्षुद्रग्रह, टकराता तो मच जाती तबाही

ASTEROID ALERT:  बाल-बाल बची पृथ्वी! 2:15 बजे गुजरा क्षुद्रग्रह, टकराता तो मच जाती तबाही

ब्रह्मांडीय खतरा... धरती दोपहर 2:15 बजे विनाश से बच गई। 110 फीट चौड़ा क्षुद्रग्रह 1.04 लाख किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरा। महज 16 लाख किमी दूर से। अंतरिक्ष में यह दूरी कुछ भी नहीं है। अगर एक डिग्री का भी बदलाव होता तो धरती पर बहुत बड़ी तबाही मच जाती।

धरती एक बड़े खतरे से बच गई। आज यानी 16 सितंबर को दोपहर करीब 2:15 बजे क्षुद्रग्रह 2014 RN16 धरती से महज 16 लाख किमी दूर से गुजरा। यानी चांद की दूरी से महज चार गुना ज्यादा। 110 फीट चौड़े पत्थर की रफ्तार 104,761 किमी/घंटा थी। यह अपोलो समूह का क्षुद्रग्रह है, जो धरती के लिए खतरा बना हुआ है।

यह क्षुद्रग्रह धरती और सूर्य के बीच से गुजरता है। इसलिए कई बार यह धरती के बेहद करीब से गुजरता है। इस समूह के क्षुद्रग्रहों की खोज अपोलो ने 1862 में की थी। इसलिए इन्हें अपोलो क्षुद्रग्रह नाम दिया गया है। इनकी खासियत यह है कि ये पृथ्वी के रास्ते से गुजरते हैं। अगर यह 110 फीट का क्षुद्रग्रह पृथ्वी से टकराता तो तबाही बहुत बड़ी होती

999 साल में एक बार होने वाली घटना टल गई

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नासा ने बताया कि अगर 2014 आरएन16 क्षुद्रग्रह पृथ्वी के वायुमंडल से टकराता तो यह सतह से 29 किलोमीटर ऊपर फट जाता। इससे 16 मेगाटन टीएनटी जितनी ऊर्जा निकलती। इससे भयानक शॉक वेव बनती है। ऐसी टक्कर या घटनाएं 999 साल में एक बार ही होती हैं। शुक्र है कि यह क्षुद्रग्रह पृथ्वी के पास से गुजर गया

नासा इस पर ऐसे ही नजर रख रहा था, ट्रैकिंग जारी थी

नासा का सेंटर फॉर नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट्स स्टडी (सीएनईओएस) लगातार इस क्षुद्रग्रह पर नजर रख रहा था। इसके अलावा माइनर प्लेनेट सेंटर भी निगरानी कर रहा था। साथ ही गोल्डस्टोन सोलर सिस्टम रडार भी इस पर नजर रखे हुए था, ताकि इस क्षुद्रग्रह के मार्ग और गति का पता लगाया जा सके।

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