केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री शाह मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की नियमित समीक्षा कर रहे हैं और आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। मणिपुर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की दो बटालियन तैनात की गई हैं। मणिपुर अशांत है और डेढ़ साल से हिंसा की चपेट में है। हालांकि, केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक शांति बहाल करने के लिए ठोस कदम उठा रही है। मोदी सरकार 3.0 ने पिछले 100 दिनों में मणिपुर को लेकर बड़े और कड़े फैसले लिए हैं। ये कदम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर उठाए गए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री शाह मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की नियमित समीक्षा कर रहे हैं और आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। मणिपुर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की दो बटालियन तैनात की गई हैं। इसके अलावा, केंद्रीय पुलिस बलों की करीब 200 कंपनियां वहां तैनात हैं। हर जिले में मोबाइल वैन काम कर रही हैं मणिपुर सरकार ने आम लोगों को उचित दामों पर जरूरी सामान मुहैया कराने के लिए 25 दुकानें/मोबाइल वैन शुरू की हैं। ये दुकानें/मोबाइल वैन मणिपुर के सभी जिलों में काम कर रही हैं।
16 नए केंद्रीय पुलिस कल्याण केंद्र खोले जाएंगे
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एक नई पहल के तहत मणिपुर के लोगों को उचित मूल्य पर सामान उपलब्ध कराने के लिए 17 सितंबर 2024 से आम जनता के लिए केंद्रीय पुलिस कल्याण केंद्र खोले गए हैं। इसी क्रम में 21 मौजूदा केंद्रों के अलावा 16 नए केंद्र भी खोले जा रहे हैं। 16 नए केंद्रों में से आठ घाटी में और बाकी आठ पहाड़ी इलाकों में होंगे
31 हजार करोड़ की लागत से म्यांमार सीमा पर लगाई जाएगी बाड़
केंद्र सरकार ने भारत-म्यांमार सीमा पर फ्री मूवमेंट सिस्टम (एफएमआर) को खत्म कर दिया है। सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने करीब 31 हजार करोड़ रुपये की लागत से भारत और म्यांमार के बीच 1610 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बाड़ लगाने और सीमा सड़कों के निर्माण के काम को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। मोरेह के ऊपर करीब 10 किलोमीटर सीमा पर बाड़ लगाई जा चुकी है और मणिपुर में अन्य जगहों पर 21 किलोमीटर सीमा पर बाड़ लगाने का काम चल रहा है। मैतेई और कुकी दोनों समुदायों के साथ लगातार बातचीत की जा रही है ताकि वहां जल्द ही शांति बहाल हो सके।