- आखिरी सांस तक आतंकियों पर गोलियां बरसाते रहे कैसर अहमद शाह, पढ़ें शहीद की कहानी

आखिरी सांस तक आतंकियों पर गोलियां बरसाते रहे कैसर अहमद शाह, पढ़ें शहीद की कहानी

जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग के बुधपटरी इलाके में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच 5 मिनट तक मुठभेड़ हुई। इस दौरान 300 राउंड से ज्यादा फायरिंग हुई। सेना के राइफलमैन कैसर अहमद शाह ने आखिरी सांस तक आतंकियों पर हमला किया। जम्मू-कश्मीर के बुधपटरी में मुठभेड़ के दौरान अनंतनाग के रहने वाले भारतीय सेना के जवान राइफलमैन कैसर अहमद शाह ने बहादुरी का परिचय दिया।

राइफलमैन कैसर अहमद शाह अपनी कार में काफिले को बेस कैंप ले जा रहे थे, तभी आतंकियों ने ऊंचाई से घात लगाकर उन पर हमला कर दिया। यह इलाका सीमा से करीब 20 किलोमीटर और गुलमर्ग से पांच किलोमीटर दूर है। यह पहाड़ी और जंगली इलाका है, जिसके एक तरफ पहाड़ तो दूसरी तरफ नाला है। यहीं पर सेना के काफिले पर आतंकी हमला हुआ।

कैसे हुआ हमला?

इस इलाके में भारतीय सेना के काफिले की लगातार आवाजाही होती रहती है और यही वजह है कि आतंकियों को अपने ओवर ग्राउंड वर्कर की मदद से जानकारी मिल गई कि भारतीय सेना का काफिला यहां से गुजर रहा है। इसी दौरान आतंकियों ने घात लगाकर हमला कर दिया। आतंकियों की संख्या करीब 3-4 थी। इसी दौरान आतंकियों ने पहाड़ की चोटी से ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। इस फायरिंग में वाहन के ड्राइवर और राइफलमैन कैसर अहमद शाह को गोली लग गई। उनके साथ वाहन में चार पोर्टर भी मौजूद थे। इनमें से दो पोर्टर जो बारामूला के रहने वाले थे, उन्हें भी गोली लगी और वे वहीं शहीद हो गए।

कैसर ने गोली लगने के बावजूद किया हमला

आतंकवादियों ने लगातार पांच मिनट तक फायरिंग की, लेकिन बहादुरी दिखाते हुए भारतीय सेना के बहादुर राइफलमैन कैसर अहमद शाह जो अनंतनाग कश्मीर के रहने वाले हैं, उन्होंने गोली लगने के बावजूद अपना हथियार उठाया और आतंकियों की तरफ लगातार फायरिंग शुरू कर दी। कैसर के साथ भारतीय सेना के दो और जवान लगातार फायरिंग कर आतंकियों को चारों तरफ से घेरने की कोशिश कर रहे थे। इस बीच आतंकी पास नहीं आ पाए और कम से कम 300 राउंड से ज्यादा फायरिंग की गई।

आतंकी भाग निकले

आतंकवादी एक तरफ पहाड़ और दूसरी तरफ नाले के पीछे छिपे हुए थे और तभी राइफलमैन कैसर अहमद शाह ने लगातार फायरिंग की जिससे आतंकी अपने सामान से भरा बैग और आग लगाने के लिए इस्तेमाल होने वाला फ्लेम फायरर छोड़कर भाग गए, जिसे बरामद कर लिया गया है।

सेना का ऑपरेशन जारी

जानकारी के मुताबिक, इन आतंकियों को खत्म करने का ऑपरेशन अभी भी जारी है। भारतीय सेना की 18वीं राष्ट्रीय राइफल यूनिट और स्पेशल फोर्स फिलहाल आतंकियों की तलाश में जुटी हुई है। वहीं, जम्मू-कश्मीर पुलिस उनके ओवर ग्राउंड वर्कर्स की तलाश कर रही है। इंडिया टीवी को जानकारी मिली है कि ये आतंकी पहले से ही इस इलाके के अंदर मौजूद थे।

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