- इंदौर में रणजीत हनुमान की प्रभातफेरी में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़, दूसरे शहरों से भी पहुंचे लोग

इंदौर में रणजीत हनुमान की प्रभातफेरी में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़, दूसरे शहरों से भी पहुंचे लोग

इंदौर में मुट्ठी भर भक्त रणजीत हनुमान बाबा की तस्वीर हाथ में लेकर मंदिर की सात परिक्रमा (रणजीत हनुमान प्रभात फेरी) करते हैं। 138 साल पुराने इस मंदिर की प्रभात फेरी हर गुजरते साल के साथ भव्य रूप लेती जा रही है। इस साल रणजीत हनुमान सोने के रथ पर सवार होकर साढ़े चार किलोमीटर का सफर तय कर रहे हैं।

पौष कृष्ण पक्ष की अष्टमी पर आज सोमवार को सुबह पांच बजे प्राचीन रणजीत हनुमान मंदिर से रणजीत हनुमान की प्रभातफेरी निकाली जा रही है। बाबा के प्रति भक्तों की आस्था चरम पर है। आज पांच लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। पिछले साल यह आंकड़ा साढ़े तीन लाख को पार कर गया था।

 मंदिर से जुड़े भक्त मंडल के सदस्यों के अनुसार इस यात्रा के शुरुआती वर्षों में पुजारी और कुछ भक्त भगवान की तस्वीर हाथ में लेकर परिक्रमा करते थे। इसके बाद वर्ष 1985 से प्रभातफेरी बग्घी पर निकालने की शुरुआत की गई। उस दौरान यात्रा महूनाका चौराहा तक निकाली जाती थी।

अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप  चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्न' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं।

youtube- https://www.youtube.com/@bejodratna646

whataapp-https://whatsapp.com/channel/0029VaAG4A190x2t7VvoGu3v

2015 में पहली बार रथ पर प्रभातफेरी निकाली गई थी।

इसके बाद 2008 में बग्घी पर शोभायात्रा निकाली गई। तब भक्तों ने बाबा के लिए रथ बनाने का संकल्प लिया और 2015 में पहली बार रथ पर प्रभातफेरी निकाली गई। तब तक भक्तों की संख्या सामान्य थी, लेकिन 2016 में अचानक संख्या कई गुना बढ़ गई और 50 हजार से ज्यादा भक्त प्रभातफेरी में शामिल हुए।

आसपास के शहरों से भी आते हैं भक्त

तब से हर साल भक्तों की संख्या बढ़ती जा रही है। मुख्य पुजारी दीपेश व्यास बताते हैं कि अब बाबा की प्रभातफेरी देशभर में मशहूर हो गई है। शहर के साथ-साथ आसपास के शहरों से भी भक्त इसमें शामिल होने आते हैं। यात्रा के मार्ग पर रहने वाले लोगों के रिश्तेदार यात्रा से एक-दो दिन पहले ही आ जाते हैं, ताकि वे प्रभातफेरी में शामिल हो सकें।

अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप  चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्न' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं।

youtube- https://www.youtube.com/@bejodratna646

whataapp-https://whatsapp.com/channel/0029VaAG4A190x2t7VvoGu3v

यह भी पढ़िए- सौरभ शर्मा की स्पेशल-12, आरटीओ की नौकरी छोड़कर चेकपोस्टों पर वसूली के लिए बनाई टीम

पूरे मार्ग को भगवा झंडों से सजाया गया है।

रणजीत हनुमान मंदिर से सुबह 5 बजे निकाली जाने वाली प्रभातफेरी में झांकियां, भजन मंडल के वाहन, बग्घी, रथ शामिल हैं। मंडल के सदस्यों ने रविवार रात 10 बजे से ही इन्हें व्यवस्थित करना शुरू कर दिया। पूरे मार्ग को भगवा झंडों से सजाया गया है। प्रभातफेरी महूनाका, अन्नपूर्णा मंदिर, नरेंद्र तिवारी मार्ग होते हुए मंदिर आएगी।

प्रभातफेरी के बाद रक्षा सूत्र का वितरण

रविवार को रणजीत अष्टमी महोत्सव के तीसरे दिन सैकड़ों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में हवन-पूजन के बाद विभिन्न औषधियों व द्रव्यों से बाबा का महाभिषेक किया गया। इसके बाद भगवान का शृंगार किया गया।

यह भी पढ़िए- यूपी एनकाउंटर: यूपी के पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आतंकी ढेर, पंजाब के गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर किया था हमला

इस अवसर पर विधि विधान से सवा लाख रक्षा सूत्र धारण किए गए। प्रभातफेरी के बाद मंदिर से ये रक्षा सूत्र निशुल्क वितरित किए जाएंगे।

Comments About This News :

खबरें और भी हैं...!

वीडियो

देश

इंफ़ोग्राफ़िक

दुनिया

Tag