राज्य सरकार मेडिसिटी परियोजना को प्रधानमंत्री मेडिसिटी योजना से जोड़ने की योजना बना रही है।मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय नवा रायपुर में एक ही स्थान पर मरीजों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत हैं।
प्रदेश में मेडिकल टूरिज्म को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। नवा रायपुर के सेक्टर-37 में 200 एकड़ में अत्याधुनिक मेडिसिटी बनाई जाएगी। नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण ने जमीन चिह्नित कर ली है। निजी निवेश की मदद से यहां करीब 5 हजार बेड क्षमता की स्वास्थ्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
राज्य सरकार मेडिसिटी प्रोजेक्ट को प्रधानमंत्री मेडिसिटी योजना से जोड़ने की योजना बना रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय नवा रायपुर में एक ही स्थान पर मरीजों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की कोशिश कर रहे हैं। हाल ही में नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण की केंद्र सरकार की इंफ्राटेक सर्विसेज लिमिटेड के साथ बैठक हुई थी।
इसमें मेडिसिटी परियोजना को साकार करने पर चर्चा की गई। मेडिसिटी में मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, छात्रावास, डायग्नोस्टिक्स सेंटर, धर्मशाला, होटल और वाणिज्यिक एकीकृत विकास किया जाना प्रस्तावित है। इसके लिए सरकार की ओर से स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्न' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं।
youtube- https://www.youtube.com/@bejodratna646
whataapp-https://whatsapp.com/channel/0029VaAG4A190x2t7VvoGu3v
मेडिसिटी शब्द मेडिकल और सिटी को मिलाकर बना है। इसका मतलब है मेडिकल सेवाओं का शहर, जहाँ स्वास्थ्य सेवा के सभी पहलू एक साथ उपलब्ध हैं।
मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल: न्यूरोलॉजी, पीडियाट्रिक, कार्डियोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, हार्ट, कैंसर व अन्य गंभीर बीमारियों के विशेषज्ञ उपलब्ध रहेंगे।
डायग्नोस्टिक सेंटर: अत्याधुनिक तकनीक से रोगों का सटीक निदान और जांच।
मेडिकल कॉलेज और हॉस्टल: नए डॉक्टरों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
धर्मशाला और होटल: मरीज के रिश्तेदारों के लिए धर्मशाला और होटल।
फार्मेसी और दवाओं की उपलब्धता: मरीजों को हर समय जरूरी दवाएं।
समय और संसाधनों की बचत: मरीजों को किसी भी बीमारी या जांच के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
एमबीबीएस की सीटें बढ़ेंगी: मेडिकल कॉलेज खुलने से एमबीबीएस और अन्य सुपरस्पेशलिटी विषयों की सीटें बढ़ेंगी।
स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा: अंतरराष्ट्रीय मरीजों के लिए एक ही स्थान पर सभी सुविधाएं।
अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्न' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं।
youtube- https://www.youtube.com/@bejodratna646
whataapp-https://whatsapp.com/channel/0029VaAG4A190x2t7VvoGu3v