इस वर्ष 150 से अधिक विदेशी नागरिकों ने सनातन धर्म में दीक्षा ली है। सनातन धर्म की आध्यात्मिक शक्ति और जीवनशैली से प्रभावित होकर दुनिया भर के लोग भारतीय संस्कृति की ओर आकर्षित हो रहे हैं। मकर संक्रांति के अवसर पर शक्तिधाम आश्रम में 62 विदेशी नागरिकों ने दीक्षा ली। तब से यह संख्या लगातार बढ़ रही है और यह क्रम अभी भी जारी है।
महाकुंभ नगर। सनातन धर्म की आध्यात्मिक शक्ति और जीवनशैली से प्रभावित होकर दुनिया भर के लोग भारतीय संस्कृति की ओर आकर्षित हो रहे हैं। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण यह है कि इस वर्ष 150 से अधिक विदेशी नागरिकों ने सनातन धर्म में दीक्षा ली। मकर संक्रांति के अवसर पर शक्तिधाम आश्रम में 62 विदेशी नागरिकों ने दीक्षा ली। तब से यह संख्या लगातार बढ़ रही है और यह क्रम अभी भी जारी है। सनातन धर्म के प्रति झुकाव केवल आध्यात्मिक साधकों तक ही सीमित नहीं है बल्कि विज्ञान, कला और संगीत से जुड़े लोग भी इसे अपनाने में रुचि दिखा रहे हैं।
इस वर्ष दीक्षा लेने वालों में इंजीनियर, शोधकर्ता, संगीतकार और कलाकार शामिल हैं, जो भारत के प्राचीन ज्ञान और संस्कृति से प्रभावित सनातन परंपराओं को अपना रहे हैं। वसंत पंचमी पर अमृत स्नान के लिए 60 विदेशी नागरिकों का दल एक फरवरी को शक्तिधाम आश्रम पहुंचेगा।
इनमें 20 इजराइल, 14 अमेरिका, फ्रांस, स्विट्जरलैंड के नागरिक हैं। इसमें भी कई लोग सनातन धर्म की दीक्षा लेंगे और आध्यात्मिक जीवन अपनाने का संकल्प लेंगे।
महाकुंभ नगर। वसंत पंचमी पर महाकुंभ के तीसरे अमृत स्नान की तैयारियां जोरों पर हैं। सेक्टर 17 स्थित शक्तिधाम आश्रम में वसंत पंचमी पर भव्य अमृत स्नान की तैयारियां की जा रही हैं। जगद्गुरु साईं मां लक्ष्मी देवी चांदी के सिंहासन पर विराजमान होकर भक्तों को आशीर्वाद देंगी।
पूरी भव्यता के साथ होगा स्नान आश्रम के महामंडलेश्वर अनंत दास ने बताया कि इस बार शक्तिधाम आश्रम अपनी पूरी भव्यता और दिव्यता के साथ अमृत स्नान करेगा। वसंत पंचमी स्नान के दौरान जगद्गुरु साईं मां लक्ष्मी देवी के रथ और रजत सिंहासन को फूलों की मालाओं से विशेष रूप से सजाया जाएगा। नजदीकी घाटों पर स्नान करने की अपील महामंडलेश्वर और श्रद्धालु शंख, घंटियों और संगीत की ध्वनि के बीच श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़ाएंगे। साईं मां ने श्रद्धालुओं से संगम तट पर आने के बजाय नजदीकी स्नान घाटों पर स्नान करने की अपील की है।