मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। राज्य में करीब दो साल से हिंसा फैली हुई है, इस बीच बीरेन सिंह ने इस्तीफा दे दिया है, इसके कई मायने निकाले जा रहे थे। अब खुद बीजेपी ने इस्तीफे की असली वजह बताई है। मणिपुर बीजेपी अध्यक्ष ए शारदा देवी ने कहा कि सिंह ने राज्य की जनता के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया है।
मणिपुर। रविवार को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। पिछले कई महीनों से हिंसा के कारण मणिपुर में हालात सामान्य नहीं हैं। इस बीच मुख्यमंत्री के इस्तीफे के कई मायने निकाले जा रहे थे। अब मणिपुर बीजेपी अध्यक्ष ए शारदा देवी ने इस्तीफे की असली वजह बताई है।
भारतीय जनता पार्टी, मणिपुर की अध्यक्ष ए शारदा देवी ने एन बीरेन सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के फैसले का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला क्षेत्र की शांति के लिए लिया गया है।
रविवार को मीडिया से बात करते हुए शारदा देवी ने कहा कि एन बीरेन सिंह ने राज्य की जनता के कल्याण के लिए इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि एन बीरेन सिंह ने केंद्र से मणिपुर के निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी अनुरोध किया है। इस दौरान शारदा देवी ने इस बात को भी खारिज किया कि पार्टी विधायकों में किसी तरह का मतभेद है।
भाजपा नेता ए शारदा देवी ने कहा, "हमारे सीएम ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने राज्य के लोगों के लिए इस्तीफा दिया है। उन्होंने केंद्र सरकार से राज्य की अखंडता की रक्षा करने और अपने लोगों की सुरक्षा करने का भी अनुरोध किया है।
राज्य के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उन्होंने इस्तीफा दिया है। पार्टी विधायकों में किसी तरह का मतभेद नहीं है। सीएम राज्य में शांति चाहते हैं और उन्होंने केंद्र से लोगों को सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध किया है।" एन बीरेन सिंह के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए असम के दारंग-उदलगुरी से भाजपा सांसद दिलीप सैकिया ने कहा, "मुझे अभी उनके इस्तीफे की जानकारी मिली है।
यह उनका फैसला है। मैं अपने मंत्रिमंडल के साथ इस पर चर्चा करूंगा और हमारी पार्टी मणिपुर के बारे में चर्चा के अगले चरण पर फैसला करेगी। हम बस यही चाहते हैं कि मणिपुर आगे बढ़े और शांति हो।" हिंसा भड़कने के दो साल बाद सीएम ने दिया इस्तीफा
बीरेन सिंह ने रविवार को राज्य में हिंसा भड़कने के करीब दो साल बाद राजभवन में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंप दिया। मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा 3 मई, 2023 को ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर (ATSUM) की एक रैली के बाद शुरू हुई थी।
मणिपुर उच्च न्यायालय द्वारा राज्य को मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने पर विचार करने का निर्देश दिए जाने के बाद यह रैली आयोजित की गई थी।
इस्तीफा सौंपते समय बीरेन सिंह के साथ भाजपा अध्यक्ष ए शारदा देवी, भाजपा के उत्तर पूर्व मणिपुर प्रभारी संबित पात्रा और कम से कम 19 विधायक मौजूद थे। सिंह ने अपने त्यागपत्र में कहा, "अब तक मणिपुर के लोगों की सेवा करना सम्मान की बात रही है।"